बालिका पढ़ेगी तो नहीं आएगी दहेज देने की नौबत: बघेल

शिवपुरी। यदि बालिका पढ़ी लिखी होगी तो दहेज देने की नौबत ही नहीं आएगी और बालिका परिवार पर बोझ बनकर नहीं रहेगी। समाज को सबसे पहले शिक्षा उसके बाद व्यवसाय और फिर राजनीति में आगे आना चाहिए यदि समाज राजनीति में आगे आएगा तो राजनीति ही एक ऐसी मास्टर चाबी है जो समाज के उत्थान के लिए कई बंद दरवाजों के ताले खोल सकती है। यह बात पाल बघेल समाज के जिलाध्यक्ष रामस्वरूप बघेल ने अखिल भारतीय पाल बघेल महासभा की युवा इकाई पोहरी द्वारा रविवार को पोहरी में होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया। होली मिलन समारोह में समाज बंधुओं ने समाज से कुरीतियों को मिटाने और बच्चों को पढ़ाने का संकल्प लिया। होली मिलन समारोह में समाज बंधुओं ने एक दूसरे को गुलाल लगाकर गले मिलकर होली की शुभकामनाएं दी।

होली मिलन समारोह का शुभारंभ मुख्य मुख्य अतिथि समाज के जिलाध्यक्ष एडवोकेट रामस्वरूप बघेल एवं अन्य समाज बंधुओं ने लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर किया। कार्यक्रम में सभी समाज बंधुओं ने एक स्वर से अपने बच्चों को पढ़ाने का संकल्प लिया साथ ही मृत्यु भोज, शराबखोरी और खर्चीली शादियों पर रोक लगाने का फैसला लिया। इस अवसर पर शिक्षक अजमेरसिंह एवं लाखन सिंह ने समाज के बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा देने का फैसला लिया साथ ही ग्राम खोदा के शिक्षक बंटी पाल ने समाज की एकता पर बल देते हुए समाज को राजनीति के क्षेत्र में आगे आने का प्रेरणादायक उद्बोध्ान दिया। समाज के शिवराजसिंह पाल ने संगठन ही शक्ति है, इस बात पर बल देते हुए समाज को संगठन के रूप में विकसित करने की बात कही। उम्मीद बघेल झलवासा ने समाज के युवाओं से आव्हान किया कि वे प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल होकर शासकीय सेवा प्राप्त करें जिससे समाज का विकास संभव हो सके। 

इस अवसर पर नीरज पाल ने पोहरी में प्रथम बार आयोजित हुए होली मिलन कार्यक्रम को सराहा और कहा कि समाज को ऐसे ही छोटे-छोटे आयोजन करते रहना चाहिए। डॉ. लखन पाल ने भी समाज बंधुओं से मृत्युभोज जैसी कुप्रथा को त्यागने की बात कही। जगनसिंह बघेल ने कहा कि जिस तरह समाज ने आज होली मिलन समारोह का आयोजन किया है उसी तरह अन्य पर्व पर भी समाज को एकत्रित किया जाए जिससे समाज की संगठन शक्ति में वृद्धि हो सके। कार्यक्रम का सफल संचालन दीवानसिंह बघेल ने किया। इस अवसर पर संजय पाल, कप्तान पाल, सुरेंद्र बघेल, राजेश बघेल, अजमेरसिंह बघेल, कल्लू बघेल, महाराज सिंह, मंगलिया पाल, मोनू पाल, अरविंद पाल, पत्रकार नेपाल सिंह बघेल आदि उपस्थित थे।