पिछोर। शिवपुरी जिले में टेकरी सरकार की नगरी कही जाने वाली पिछोर में प्रतिवर्ष की भांति इस बार टेकरी सरकार महाउत्सव का भव्य आयोजन श्रीराम जन्म महोत्सव के साथ निकाली जाने वाली महाकलश यात्रा के साथ शुभारंभ होगा। पिछोर का सिद्ध शक्तिपीठ टेकरी सरकार जहां 13 अक्टूबर 1996 से अनवरत श्रीरामचरितमानस का अखंड महापाठ अनवरत जारी है, जहां प्रतिवर्ष निरंतर धार्मिक आयोजनों का क्रम चलता ही रहता है। श्रीरामचरितमानस पाठ के जितने वर्ष पूर्ण होते जाते हैं उतने ही ग्रामों की कन्याओं का विशाल भंडारा यहां होता चला आ रहा है। ऐसे पवित्र व मनोरम स्थान पर श्री टेकरीसरकार जन्म महोत्सव अत्यधिक धूमधाम व हर्षोल्लास के साथ सभी श्रद्धालु भक्तगणों के सहयोग से संपन्न कराया जाता है। यूं तो नौ दिवस चलने वाले इस भव्य समारोह के दौरान प्रतिवर्ष कोई न कोई प्रसिद्ध संत महात्मा के श्रीरामकथा व श्री मद्भागवतकथा रूपी ज्ञानोपदेश के साथ आयोजन किया जाता रहा है। परंतु इस बार अंतराष्ट्रीय संत कृष्णचंद शास्त्री वृंदावन धाम पिछोर क्षेत्रवासियों को अपनी सुमधुर वाणी से संगीतमय श्रीमदभागवतकथा का अमृतरसपान कराएंगे। भागवत कथा 25 मार्च से शुरू होगी।
टेकरी सरकार समिति के संचालक वीरेन्द्र पाठक कक्का ने बताया कि महोत्सव की लगभग सम्पूर्ण तैयारियां अपने अंतिम चरण में हैं। कार्यक्रम के अनुसार 25 मार्च को भगवान श्रीराम का जन्म महोत्सव दोपहर 12 बजे मंदिर परिसर में मनाया जाएगा। जहां फूल बंगला, छप्पन भोग, महाआरती आकर्षण का केंद्र रहेंगे। तत्पश्चात 25 मार्च को ही सायं 4 बजे से भव्य कलश यात्रा टेकरी सरकार मंदिर प्रांगण से प्रारंभ होकर नगर के प्रमुख मार्गों से होकर निकलती हुई वापस कथा स्थल टेकरी सरकार प्रांगण में संपन्न होगी।
भव्य कलश यात्रा में एक हजार एक महिलाओं के सिर पर शोभायमान सुसज्जित कलश, ढोल नगाडे, बैण्ड वाजे, हाथी घोडे, भगवान की झांकियों, के साथ चलित बड़ी संख्या में श्रद्धालु आमजन आकर्षण का केंद्र होंगे। साथ ही 25 मार्च को ही प्रथम दिवस शुभारंभ के अवसर पर संध्याकालीन वेला में रात 8 बजे से भजन संध्या का आनंदमयी आयोजन कथा प्रांगण में सम्पन्न होगा। पाठक ने बताया भागवत कथा 26 मार्च से 1 अप्रैल तक दोपहर 3 बजे से शाम 7 बजे तक प्राप्त हो सकेगा।
वहीं 31 मार्च को हनुमान जयंती के दिन टेकरी सरकार जन्मोत्सव सुबह काल 8 बजे से चोला प्रसादी दर्शन के साथ प्रारंभ होकर संध्याकाल में टेकरी सरकार श्रंगार दर्शन, फूल बंगला, छप्पन भोग, आतिशवाजी, महाआरती का आनंद श्रद्धालु भक्तगण ले सकेंगे। रात 9 बजे से सुप्रसिद्ध संगीत कलाकारों द्वारा भजन संध्या का भव्य आयोजन होगा। कथा के अंतिम दिवस 1 अप्रैल को प्रसादी वितरण के साथ महोत्सव का समापन होगा।
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