
उक्त महिला अपने घर से बाजार जाने के लिए निकली थी और उसके शरीर पर सोने चांदी के गहने भी थे, परंतु पुलिस को महिला के कंकाल से कोई गहने नहीं मिले जिससे यह आशंका भी गहरा रही है कि कहीं लूट के उद्देश्य से उक्त महिला की हत्या तो नहीं की गई। फिलहाल पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। मृतिका के भाई संतोष जाटव का कहना है कि उन्हें संदेह है कि उनकी बहन के साथ लूटपाट की हो और बाद में उसकी हत्या कर दी हो।
मृतिका सोमवती के बड़े भाई संतोष जाटव ने जानकारी देते हुए बताया कि सोमवती का विवाह मई 2017 में पिपरघार में सरवन जाटव के साथ हुआ था और विवाह के बाद दीपावली की दौज पर वह शिवपुरी आई थी और 3 नवम्बर को वह अपनी छोटी भाभी नीतू जाटव से बाजार में खरीददारी करने की कहकर निकली थी, लेकिन उसके बाद से ही वह वापस नहीं लौटी। जिस समय वह घर से निकली थी वह अपने साथ पर्स ले गई थी। वहीं उसने अपने कानों में सोने के बाले, गले में मंगलसूत्र और हाथ में सोने के कंगन व पैरों में चांदी की पायलें व बिछिया भी पहनें हुई थी।
संतोष ने बताया कि सोमवती के गायब होने के बाद वह एक माह तक घर नहीं लौटी तो उसके ससुराल पक्ष के लोग शिवपुरी आए जहां उन्होंने रकम की मांग की। जिस पर पंचनामा बनाकर सोमवती की सारी रकम उनके ससुरालीजनों को वापस कर दी।
पर्स में मिले मोबाइल नम्बरों से हुई शिनाख्त
जॉर्ज कैसल कोठी घसारई तालाब के पास मिले हड्डियों के कंकाल के पास पुलिस को मृतिका की चप्पलें और पर्स मिला जिसमें मृतिका के भाई और पिता का मोबाइल नम्बर एक पर्ची पर लिखा हुआ मिला जिस पर परिजन पीएम हाउस पहुंचे जहां उन्होंने कंकाल की शिनाख्त सोमवती के रूप में की।