कोलारस उपचुनाव: कडकडाती ठंड, खुले आसमान में स्कूल, बर्तन धो रहे मासूम

शिवपुरी। जिले के कोलारस विधानसभा में दिवंगत विधायक रामसिंह यादव के असमय निधन के बाद खाली हुई सीट के लिए दोनों ही पार्टीयों में घमासान मचा हुआ है। प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान एक ही माह में चार-चार सभाएं कर चुके है। कोलारस क्षेत्र में ही आदिवासी बालिकाओं का पूजन कर चुके है। मामा क्षेत्र के बेटे और बेटियों के लिए मामा बनने की बात कहकर पब्लिक को अपनी और आकर्षित तो कर रहे है परंतु इसी क्षेत्र में मामा के इन भांजे और भाजिंयों की दशा देखकर हर कोई सोचने को मजबूर हो जाएगा। 

मध्य प्रदेश शासन के मुखिया शिवराज सिंह चौहान भले ही लाख दावे करें कि हमने 15 वर्षों में मध्य प्रदेश को ऊपर से गिनती में पांच प्रदेशों के पायदान पर ला दिया। मगर जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां करती है आज हम बात कर रहे हैं। 

कोलारस जनपद अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत लुकवासा की आदिवासी बस्ती में खुले आसमान के नीचे स्कूल लग रहा है। शासकीय प्राथमिक स्कूल एवं उसमें प्रबंधन के विषय पर यह स्कूल पिछले कई वर्ष से संचालित है 2 शिक्षक हैं 40 बच्चे हैं मगर ऐसी कडक़ड़ाती धूप में भी खुले आसमान के नीचे चौराहे पर पढऩे को मजबूर हैं बच्चे , मध्यान भोजन की बात करें तो करीब 4 किलोमीटर दूर लिलवारा गांव से मध्यान भोजन बन कर आता है। 

तब जाकर बच्चे बमुश्किल भोजन करने की औपचारिकता पूरी करते हैं। प्लास्टिक के डिब्बे में रखी  सब्जी एवं गिनी-चुनी रोटियां वह अभी कच्ची रोटियां जो कि एक छात्र के हिस्से में कुल दो ही रोटी आती हैं। भोजन के बाद बच्चों को ही बर्तन धोने का काम संभालना पड़ता है तो स्कूल में आने के लिए घंटी भी पेड़ पर टांगी जाती है। यह हालात यहां पर मध्यान भोजन के हैं फिर भी 15 बरस विकास की बात करें तो सब बेईमानी लगता है।