14 साल से नाले का पानी पी रहे हैं ग्रामीण, कहां है शिवराज सरकार

शिवपुरी। कोलारस में उपचुनाव के चलते मंत्रियो के शिविर लग रहे है। सीएम भी पिछले एक माह में 4 दौरे कर चुके है। घोषणाओं और शिलान्यासो का दौर चालू है। भाजपा न्यू इंडिया की ओर बड रही है, लेकिन कोलारस एक गांव ऐसा भी है जहां ग्रामीण नाले से पानी पीने को मजबूर है। कोलारस विधानसभा के ग्राम पंचायत झांडल का गांव भडकई, जिसकी कुल आबादी मात्र 5 सैकड़ा है। यह भी गांव भारत देश में आता है, यह गांव भी भारत देश के साथ ही आजाद हुआ था। पिछले 14 सालों से प्रदेश में भाजपा की सरकार है। इस बार को छोड दे तो कई बार विधायक भी भाजपा के रहे है। 

इस गांव में पूरी आबादी शुद्ध पेयजल के लिए प्रतिदिन संघर्ष करती है। भाजपा जहां न्यू डंडिया की बात कर रही है, वही इस गांव में खडे होकर देखे न्यू इंडिया का सपना देखना भी गुनाह होगा। नलजल योजना की बात छोडो पूरे गांव में एक हैंडपंप भी नही है।   

इस गांव की पूरी आबादी एक नाले का पानी पी रही है। सचिव महोदय का कहना है कि कई बार अफसरों को बता चुका हूॅ कोई सुनता ही नही है। सरपंच महोदय का भी यही कहना है। कोलारस में अभी चुनावी बेला चल रही है। 

खबर इस समय यह नही है कि इस गांव में पीने का पानी नही है, खबर का मूल है कि प्रदेश में भाजपा की सरकार है। इर प्रदेश वासी को शुद्ध पेयजल उपलब्ध करना प्रदेश के मुखिया की नैतिक जिम्मेदारी है। अब इस चुनावी बेला में मप्र शासन के जल संसाधन मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कोलारस विधानसभा में 9 स्टॉप डैम और दो बडे तालाबों का शिलान्यास कर जनता को रेबडी बांटी हो, अब तक यह सरकार कहा सो रही थी। 

अगर सरकार सो रही थी। तो आपको फैसला करना है कि अभी यह घोषणाओं और शिलान्यासों की बाढ आ रही है। अब सरकार के मुखिया को कोलारस की जनता के समर्थन अति आवश्यक है। क्या जरूरत के समय ही जनता की सुध ली जाती है...