भावांतर योजना बनी परेशानी, व्यापारी नहीं खरीद रहे उड़द की फसल, किसानों का हंगामा

शिवपुरी। आज दोपहर कृषि उपज मण्डी में व्यापारियों की मनमानी और उड़द न खरीदने पर किसानों ने मण्डी में हंगामा कर दिया। जिससे व्यापारी खरीददारी बंद कर वहां से चले गए। इसके बाद किसान कलेक्ट्रेट मे कलेक्टर से मिलने के लिए जाने लगे तो मौके पर एसडीएम रूपेश उपाध्याय पहुंच गए। जिन्होंने किसानों की समस्याओं को सुना और व्यापारियों से चर्चा की। बाद में श्री उपाध्याय ने किसानों को समझाया तब कहीं जाकर मामला शांत हुआ। 

विदित हो कि कृषि उपज मंडी में व्यापारियों की मनमानी के चलते कई बार किसानों ने उत्तेजित होकर हंगामा किया और हर बार प्रशासनिक हस्तक्षेप के बाद यह विवाद सुलझा और आज भी व्यापारियों के अडिय़ल रवैये के कारण किसानों ने हंगामा कर दिया। किसानों का आरोप है कि कल उड़द का मूल्य 2500 रूपए था जिसे आज व्यापारी 1500 से 1800 रूपए तक खरीद रहे हैं। जिससे उनका लागत मूल्य भी नहीं निकल रहा है। ऐसी स्थिति में किसानों ने व्यापारियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और वहां हंगामा शुरू कर दिया। 

हंगामा होते देख व्यापारी मौके से चले गए और उन्होंने खरीदी बंद कर दी। इसके बाद किसान एकत्रित होकर मंडी सचिव के पास पहुंचे, लेकिन वहां से भी उनकी समस्या का हल नहीं हुआ। इसके बाद िकिसान एकत्रित हुए और कलेक्ट्रेट जाने के लिए निकले। जिसकी सूचना पाते ही एसडीएम रूपेश उपाध्याय वहां आ गए। जिन्होंने किसानों की समस्याएं सुनी। वहीं व्यापारियों से चर्चा की तो व्यापारियों का कहना था कि किसान कुछ ऐसा भी माल लेकर भी आए हैं जिन्हें उस मूल्य में नहीं खरीदा जा सकता। व्यापारियों से चर्चा के बाद उन्होंने किसान से कहा कि माल की  क्वालिटी के हिसाब से ही व्यापारी भुगतान दे सकेगा। इसलिए जो माल क्वालिटी का होगा। उसके लिए उन्हें पूरा मूल्य मिलेगा। अगर जिस माल की क्वालिटी खराब होगी तो उसका मूल्य व्यापारी कहां से देगा। बाद में श्री उपाध्याय ने दोनों के बीच मध्यस्थता कराकर खरीदी प्रारंभ कराई।