
जानकारी के अनुसार कत्थामिल के पास शाम करीब 5:30 बजे के लगभग एक दूध के टेंकर और ट्रक के बीच भिडंत हो गई। जिससे दूध का टेंकर का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। इस बात को लेकर दोनो चालकों के बीच झगड़ा हो गया। उस समय ट्रक के चालक ने टेंकर में हुए नुकसान की भरपाई के लिए स्वीकृति दे दी और टेंकर के चालक को बताया कि यह ट्रक कंसाना ट्रांसपोर्ट का है जिसके मालिक से वह बात कर लें। वह इस समय अपने ट्रांसपोर्ट पर मिलेंगे।
घटना के बाद टेंकर चालक फिजीकल थाने में पदस्थ आरक्षक ओमप्रकाश रावत के भाई का दोस्त होने के कारण अपने साथ कंषाना ट्रांसपोर्ट ग्वालियर वायपास पर ले आया। जहां ऋषि कंषाना के छोटे भाई और आरक्षक के बीच बात-चीत हुई और दोनों के बीच विवाद होने लगा। बताया जाता है कि उसी समय आरक्षक ने पुलिसिया रौब झाड़ते हुए ऋषि के छोटे भाई में चांटा मार दिया। जिससे बात बिगड़ गई और ऋषि सहित वहां मौजूद अन्य स्टाफ ने आरक्षक और उसके साथ आए लोगों की धुनाई लगा डाली।
बाद में आरक्षक अपनी फरियाद लेकर था कोतवाली पहुंचा लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया क्योंकि वो आॅनड्यूटी नहीं था। उसके बाद आरक्षक ने मेटाडोर के ड्रायवर को कोतवाली बुलाया। जहां पुलिस ने मेटाडोर के ड्रायवर दशरथ सिंह बघेल पुत्र वृद्वावन सिंह बघेल निवासी राघवेन्द्र नगर ग्वालियर की रिपोर्ट पर आरोपी ऋषि कंषाना, विक्रम कंषाना, राजवीर, आशिक, चंदू के खिलाफ धारा 279,337,394,506 के तहत मामला दर्ज कर लिया है।