
सौंपे गए ज्ञापन में विजयराज रघुवंशी ने बताया है कि गणेश समारोह का मुखिया होने के नाते जब वह अपने साथियों के साथ विसर्जन के लिए जा रहा था, तब रास्ते में रघुवंशी ने झगड़ा किया और उपद्रव की कोशिश की जबकि हम सभी को तो मूर्ति विसर्जन करने जाना था। इसलिए तत्समय पुलिस में आवेदन नहीं दिया जा सका, लेकिन बाद में जानकारी मिली कि पूर्व विधायक ने हमारे ही विरूद्ध स्वयं मुझ विजयराज पर ही केस दर्ज करा दिया है।
इसलिए मामले की जांच कर पूर्व विधायक के विरुद्घ केस दर्ज किया जाए। इस ज्ञापन के बाद अब मामले में नया मोड़ आ गया है जबकि दोंनो तरफ से ज्ञापनबाजी हो चुकी है और अब मामले में जांच के बाद कार्यवाही की जाएगी।