
इस कंरट की चपेट में उक्त सुअर आ गया और उसकी तडपकर दर्दनाक मौत हो गई। उसके बाद उक्त पण्डित ने इस मरे सुअर को हटाने के लिए राती किरार गांव के ओम पुत्र पूरण वाल्मिकी को बुला लिया। ओम उक्त सुअर को खाने के लिए अपने साथ ले गया।
तभी किसी ने इस मामले की सूचना फोरेस्ट की टीम को दे दी। तो फोरेस्ट की टीम में सतनवाड़ा रेंजर अरूण कुमार जैन ने बीट गार्ड नकुल शर्मा, राजकुमार शर्र्मा, हरेन्द्र जाटव, राधेश्याम शर्मा और शिवशंकर शर्मा के साथ पहुंचकर करंट से मरे इस सुअर पर फोटो सेशन करा दिया।