
संस्था अध्यक्ष रामकुमार भार्गव ने इस बात बावत सामाजिक संस्थाओं द्वारा किसी भी प्रकार का प्रयास न किए जाने पर चिंता व्यक्त की, मीटिंग में इस बावत भी सहमति व्यक्त की गई कि उम्र दराज अविवाहित युवत-युवतियों की बढ़ती संख्या जहां सामाजिक ताना बाना बिगाड़ रही है वहीं समाज में ऐसे विवाह से छूट गए व्यक्तियों बंधन बाधने की दृष्टि बालक बालिकों के संस्था द्वारा पंजीयन कराए जा रहे हैं।
जबकि हिन्दू धर्म की मान्यता के अनुसार सामाजिक समरसता बनाए रखने के लिए विवाह होना और समय पर होना निहत जरूरी है संस्था के उपस्थित सदस्यों ने उक्त पुण्य कार्य को बढ़ चढ़कर प्रयास करने पर बल दिया है। इस संबंध में संस्था कार्यालय में इच्छु व्यक्ति संस्था अध्यक्ष पं. रामकुमार भार्गव से मिलकर अपना पंजीयन करा सकते है।