
पुलिस नागरिकों के लिए ही है। पुलिस का कार्य बिना जन सहयोग के पूर्ण नहीं हो सकता। यदि जनता पुलिस का सहयोग करती है तो हम अपराधी तक जल्द ही पहुंच जाते हैं तथा अपराधी सजा दिलाने में कामयाब रहते हैं। आई जी श्री दुबे ने जब जन चर्चा के दौरान एक कक्षा 11 के छात्र पूछा की आप थाने में कैसे आए हैं तो छात्र का कहना था कि हम आपको देखने आए हैं।
जिस पर पूरे प्रांगण तालियों की गडग़ड़ाहट से गूंज उठा। तब आईजी श्री दुबे ने जवाब बहुत अच्छा तत्पश्चात स्थानीय पार्षदों से भी जानकारी चाही। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार पाण्डेय, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमल मौर्य, एसडीओपी जीडी शर्मा, टीआई संजय मिश्रा, फिजीकल थाना प्रभारी विकास यादव के साथ दर्जनों पुलिस कर्मचारी उपस्थित थे।
जब पुलिस कर्मचारी पाल्ती मारकर फर्श पर बैठे
फिजीकल थाने के शुभारंभ के अवसर पर जब आईजी अनिल कुमार ने अपने आसपास खड़े पुलिस कर्मियों को देखा तो वे अपने को कुछ असहज महसूस करते हुए बोले कि आप लोग पाल्ती मारकर फर्श पर बैठ जायें। हालांकि पाल्ती मारकर बैठना स्वस्थ्य शरीर का परिचायक है।
आईजी के आदेश को सुनते ही अधिकांश पुलिस कर्मी फर्श पर पाल्ती मारकर बैठ गए। वहीं पोहरी थाना प्रभारी राजेन्द्र शर्मा को पाल्ती मारे बैठा देखा तो आईजी ने उनसे पूछा आपकी उम्र कितनी है। जिस पर श्री शर्मा जवाब देते हुए कहा कि सर 56 वर्ष। तो आईजी ने कहा कि 56 वर्ष में भी आप फिट नजर आ रहे हैं।