कलेक्टर बंगले और VIP गेस्टहाउस में मिला डेंगू का लार्वा

शिवपुरी। अभी हाल ही में ट्रांसफर होकर गए कलेक्टर ओपी श्रीवास्तव ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर उन्हें डेंगू और मलेरिया के लार्वा ढूढऩे के लिए निर्देशित किया था। जिसमें तत्कालीन कलेक्टर ओपी श्रीवास्तव ने इस मुहिम की शुरूआत अधिकारी और कर्मचारीयों के घर से करने के लिए निर्देशित किया था। जिसपर बीते रोज लार्वा खोजने स्वास्थ्य विभाग की टीम कलेक्टर बंगला और वीआइपी गेस्ट हाउस में पहुंची। जहां जब लार्वा खोजा तो दोनों ही जगह मलेरिया और डेंगू का लार्वा बहुतायत में मिला। जिसे देखकर टीम घबरा गई और आनन-फानन में दबा का छिडक़ाब करने लगे। 

शहर के गली-मोहल्ले व पॉश कॉलोनियां तो छोडि़ए, कलेक्टर बंगला व वीआईपी गेस्ट हाउस में भी डेंगू व मलेरिया फैलाने वाले मच्छरों की भरमार है। यह खुलासा हुआ शनिवार को हुआ जब टीम लार्वा खोजने कलेक्टर बगंले पर पहुंची। चूंकि नवागत कलेक्टर तरुण राठी ने अफसरों को गंभीरता से काम करने की हिदायत दी है इसलिए स्वास्थ्य विभाग के अफसर उन्हें अपना दिखाने के उद्देश्य से सबसे पहले उनके बंगले में ही लार्वा तलाशने पहुंच गए। लेकिन वे उस वक्त दंग रह गए जब बंगले में लाखों की तादाद में मच्छरों का लार्वा भरा पड़ा था। 

इनका कहना है-
लार्वा विनष्टीकरण की प्रक्रिया सतत है और यह अभियान पूर्व कलेक्टर ओ पी श्रीवास्तव के निर्देश पर ही चल रहा है उन्होंने कहा था कि पहले जन प्रतिनिधि और प्रशासन के अधिकारियों के यहां से कार्रवाई शुरु करो। बस उसी का एक यह हिस्सा है। जहां तक मलेरिया की टीम के काम न करने की बात है तो इसकी जानकारी हम ले लेते है। 
तरुण राठी, कलेक्टर शिवपुरी 

मुझे जैसे ही जानकारी मिली कि कलेक्टर बंगले पर टीम है हम यहां लार्वा नष्ट करने की प्रक्रिया देखने आए। यहां पुराने टैंक में मच्छरों का लार्वा लाखों की संख्या में मिला है। जिसे टेमोफेस दवा का छिडक़ाव कर खत्म किया गया। यदि कहीं बडी संख्या में लार्वा मिलता है तो 15 दिन बाद वहां फिर से फोलोअप चेकअप के लिए टीम जाकर टेमोफॉस दवा का छिडक़ाव करेगी। 
डॉ.एसएस सागर, सीएमएचओ