अब प्रतिनिधि ने छोड़ा शकुंतला का साथ दिया इस्तीफा

करैरा। बीते कुछ दिनों से मीडिया की सुर्खियां बटौर रही महिला विधायक शकुंतला खटीक की परेशानीयां खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही है। वैसे कहावत चली आ रही है कि बूरे दिन हो तो परछाई भी साथ छोड़ देती है। वह आज करैरा में साबित हुआ। करैरा विधायक की उटपटांग हरकतों के चलते प्रदेश स्तर से पार्टी भी कार्यवाही करने की तैयारी में थी वही अब फरारी के दौरान विधायक के प्रतिनिधि ने भी साथ छोड़ दिया। 

विधायक करैरा शकुंतला खटीक की परेशानियां निरंतर बढ़ती जा रही है इसी क्रम में आज जल संसाधन परियोजना में विधायक प्रतिनिधि द्वारा उनकी कार्यशैली एवं मनमानी से त्रस्त होकर इस्तीफ़ा दे दिया। उक्त आशय की जानकारी देते हुए वीरसिंह गुर्जर ने बताया कि दिनांक 17/7/2015 को जल संसाधन सिंध परियोजना विभाग में मुझे करैरा विधायक द्वारा अपना प्रतिनिधि नियुक्त किया गया था। 

पिछले 2 वर्ष से मेरे द्वारा अपने पद का पूर्ण निष्ठा से निर्वहन किया गया। आज उनके द्वारा मीडिया के समक्ष आकर एक लिखित आवेदन देते हुए अपना इस्तीफा दिया है। उनका कहना है कि विधायक द्वारा पार्टी कार्यकर्ताओं को तवज्जो नहीं दी जाती है। उन्हें साथ में लेकर नहीं चला जाता है। अपनी मनमर्जी के कार्य करती हैं। वरिष्ठ पार्टी पदाधिकारी भी पार्टी के कार्यक्रमों में भाग नहीं लेते हैं। 

इसी कारण से मेरे द्वारा भी अभी हाल ही में 8 जून को उनके द्वारा भड़काऊ बयान दिया गया था। जिस वजह से मैं काफी कुंठित हूं और मैं इनके उक्त घटनाक्रम को लेकर कड़े शब्दों में निंदा करता हूं। उनको ऐसा नहीं करना चाहिए था हम कांग्रेसी गांधी विचारधारा पर चलते हैं लेकिन उन्होंने अहिंसा का रास्ता छोड़ हिंसा का रास्ता अपनाया जिससे कुंठित होकर आज इस्तीफा दे रहा हूं।

पिछले 10 वर्षों से है कांग्रेस कार्यकर्ता
वीर सिंह गुर्जर ने बताया कि हमारे पूर्वज भी कांग्रेस पार्टी में रहे हैं मेरे पिताजी मेरे दादाजी उक्त पार्टी में उनके द्वारा पूर्ण निष्ठा से कार्य किया जाता रहा है वर्तमान में पिछले 10 वर्षों से  कांग्रेस का निष्ठावान कार्यकर्ता हूं। इसलिए मैं पार्टी से नहीं अपने पद से त्यागपत्र दे रहा हूं।