उप निरीक्षक रामवीर को झूठे मामले में फंसाने के विरोध में क्षत्रिय युवा संगठन ने सौंपा ज्ञापन

शिवपुरी। पारदी जाति की अपराधिक प्रवृत्ति की महिला सुलोचना और उसकी मां अमबुरी द्वारा 25 हजार के अपने इनामी भाई मोहर सिंह को पुलिस की कार्यवाही से बचाने के लिए षड्यंत्र का उपनिरीक्षक रामवीर सिंह एसटीएफ को झूठे प्रकरण में फंसवा दिया है। इसके विरोध में शिवपुरी क्षत्रिय युवा संगठन द्वारा राज्यपाल के नाम कलेक्टर शिवपुरी को एक ज्ञापन सौंपा है।

ज्ञापन में संगठन के कार्यकताओं द्वारा मांग की है कि मामले की निष्पक्ष
जांच कराई जाए और दोषियों के खिलाफ उचित कार्यवाही की जाए। ज्ञापन में उल्लेख किया कि एसडीओपी राधोगढ़ गुनाा, बामौरी थाना प्रभारी गोपाल चौबे, सहायक उपनिरीक्षक साकिर अली द्वारा इन पारदी अपराधियों का सपोर्ट किया जा रहा है। 

रामवीर सिंह के दो मुखबिरों की हत्या 2015 में सुलोचना पारदी सहित उसके पति मन्ना और उसके भाई द्वारा की गई थी जिस पर से अपराध दर्ज कर रामवीर सिंह द्वारा विवेचना की गई थी। इसी मामले को प्रभावि करने के आत्माराम के फरारी पारदी को सुलोचना ने गायब कर षड्यंत्र रचकर रामवीर सिंह पर प्राइवेट स्तगासा न्यायालय में गुना के कुछ पुलिसकर्मियों से मिलकर लगाया। क्षत्रिय युवा संगठन कार्यकर्ताओं द्वारा निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है। कार्यकर्ताओं द्वारा लोकेन्द्र सिंह परमार के नेतृत्व में ज्ञापन सौंपा गया।