करैरा SDM बंगले से साईकिल चलाकर पहुंचे ऑफिस

करैरा। पर्यावरण और स्वस्थ को ध्यान में रखते हुए मंगलवार को एसडीएम सहित अन्य अधिकारी साइकिल से दफ्तर पहुंचे। किसी ने 10 तो किसी ने 20 साल बाद साइकिल चलाई। अधिकारियों ने इस पहल को पर्यावरण व स्वास्थ्य के लिहाज से बहुत अच्छा बताया। उल्लेखनीय है कि एसडीएम सीबी प्रसाद ने हफ्ते में एक दिन मंगलवार को वाहनों का उपयोग न कर साइकिल से ऑफिस आने की अपील की थी। ये अपील पहले ही दिन रंग लाती हुई दिख रही है। इसके तहत मंगलवार सुबह एसडीएम अपने बंगले से तहसील तक साइकिल से पहुंचे। 

उनके साथ दिलीप नायक जेलर, प्रदीप शर्मा बीएमओ, अफाक हुसेन बीआरसीसी, आरके भार्गव बीईओ, विनोद सोनी आरआई, प्रमोद भार्गव स्वछता निरीक्षक, बृजेन्द्र बैस, जितेंद्र बैस, अभिजीत श्रीवास्तव बीएसी, सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी साइकिल चलाते हुए आए। 

मंगलवार का दिन होने से अधिकारियों को जनसुनवाई के लिए तहसील पहुंचना था। जिनमें सभी साइकिल से कलेक्ट्रेट पहुंचे। अधिकारियों ने इस नवाचार को सार्थक व अनुकरणीय बताया। श्री प्रसाद ने कहा कि सभी लोगों को एक दिन वाहन छोडऩा चाहिए। इससे स्वास्थ्य लाभ होने के साथ ही ईंधन की भी बचत होगी। इसके अलावा पेट्रोल व डीजल पर खर्च होने वाला पैसा भी बचेगा। ओर जितना हम स्वस्थ होंगे उतना ही अधिक सेवा कर सकेंगे।

बीमार होने के बाद भी चलाई साइकल
एसडीएम करैरा का स्वास्थ आज ठीक नही था उन्हें तेज़ बुखार होने के बाद भी उनके द्वारा साइकल से कार्यालय आना सभी मे चर्चा का विषय बना रहा श्री प्रसाद का कहना था कि पहला दिन होने की वजह से मैने इसको प्राथमिकता से लिया।  उनके कहना था कि 20 साल बाद आज मेने सायकल चलाई है मुझे बहुत अच्छा लगा।

सभी के सहयोग से आगे बढ़ेगा अभियान
मीडिया से चर्चा के दौरान एसडीएम ने बताया कि इस अभियान को आगे बढ़ाने की योजना भी है। अभी इसमें तहसील अधिकारियों को लिया है। आगे इसमें अन्य अधिकारी व कर्मचारियों को भी शामिल किया जाएगा। इसके साथ ही जन जागरुकता के माध्यम से लोगों से भी अपील की जाएगी कि वे सप्ताह में एक दिन अपना वाहन छोड़कर साइकिल से चलें। 

आज पहला दिन था फिर भी 50 प्रतिशत अधिकारी कर्मचारी साइकल से आये। उन्होंने सभी से अपील की कि गर्मी होने की वजह से सब साइकल चलते समय केप अवश्य लगाए। तहसील कार्यालय सहित अन्य विभागों में पदस्थ करीब 50 प्रतिशत अधिकारी कर्मचारी सायकल से नही आये। इस दौरान उन्होंने कुछ कर्मचारियों से पूछा भी कि आप कैसे आए, तो वे बगले झांकते नजर आए। 

लेकिन अगले मंगलवार से सायकल से आने का सभी ने भरोसा दिलाया। जनपद सीईओ कु. पिंकी डाबर सहित कुछ बाबू एव कर्मचारी पैदल कार्यालय पहुचे जब उनसे इस बारे में पूछा गया तो उनका कहना था कि उनके पास साईकिल नहीं थी।ओर कुछ का कहना था कि उनको सायकल चलाना नही आती इस वजह से वह पैदल कार्यालय आये है।