इस्तीफे के नाम पर भडक़े नपा उपाध्यक्ष,कहा हार के कारण बिगड़ गया है हरीओम का दिमागी संतुलन

शिवपुरी। भाजपा नेता हरिओम राठौर द्वारा नपाध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह और उपाध्यक्ष अन्नी शर्मा से इस्तीफा मांगे जाने पर नपा उपाध्यक्ष अन्नी शर्र्मा ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि श्री राठौर बतायें वह मुझ से किस हैसियत से इस्तीफा  मांग रहे हैं।  

श्री शर्मा ने कहा कि सिंध का पानी एक साल तक शिवपुरी न आने की बात कह कर उन्होंने एक संस्था के जि मेदार जनप्रतिनिधि होने के दायित्व का निर्वहन किया है। श्री शर्मा ने भाजपा नेता हरिओम राठौर पर हमला बोलते हुए कहा कि नगर पालिका अध्यक्ष पद के चुनाव में अपनी बुरी हार से वह बौखला गए हैं और चूंकि अब वह राजनीति का पिटा हुआ मोहरा बन चुके हैं। 

जिससे उभर ने के लिए ही वह मुझ पर और नगर पालिका अध्यक्ष पर अनरगल आरोप लगा रहे हैं। सच्चाई यह है कि ढाई साल के अपने कार्र्यकाल में मैंने समर्पित जनभावना के साथ आम जनता की सेवा की है और प्रत्येक दिन सुबह 11 बजे से 2 बजे तक वह अपने कार्यालय में बैठकर जनता की सेवा कर रहे हैं। 

प्रेस को जारी बयान में नपा उपाध्यक्ष अन्नी शर्मा ने बताया कि सिंध योजना का क्रियान्वयन एक साल में भी नहीं हो पाएगा। यह कहकर उन्होंने किसी पर हमला नहीं बोला है बल्कि सच्चार्ई का बखान किया है। उन्होंने कहा कि परिषद की बैठक में भाजपा पार्षद भानू दुबे ने बजट में पांच करोड़ रूपए की जल सामग्री की खरीद पर सवाल खड़े किए थे और कहा था कि जब जून माह में सिंध का पानी शिवपुरी आ जाएगा तो इतनी भारी भरकम राशि जल सामग्री की खरीद पर क्यों व्यय की जा रही है? उस संदर्भ में मैने तथ्यों सहित सारी बातें बताई थीं। 

श्री शर्मा के अनुसार सिंध योजना 2009 में मंजूर हुई थी और दो साल में इसे पूर्ण होना था। तब से 2017 तक चार बार संबंधित ठेकेदार योजना पूर्ण करने हेतु दो-दो साल का एक्सटेंशन ले चुका है और अब तो उसने एक्सटेंशन लेने की भी जरूरत नहीं समझी है। योजना के तहत अभी काफी काम बकाया है। चंदनपुरा से सतनवाड़ा फिल्टर प्लांट और इंटकबैल तक  लाईट का कार्र्य बांकी है। 

हालांकि कहीं-कहीं ख बे लग चुके हैं। नेशनल पार्र्क क्षेत्र में भी योजना रूकी पड़ी है और उसकी अनुमति नहीं मिल पार्ई है। 13 टंकियों में से 11 टंकियां बन गई हैं, लेकिन दो अभी भी अपूर्ण पड़ी हुर्ई है तथा निर्मित हो चुकी 11 टंकियों की टेस्टिंग नहीं हुई है। कायदे से बनने के बाद टंकियों में पानी भरा जाना चाहिए जो कि नहीं किया गया है इसलिए आशंका है कि जब इन्हें भरा जाएगा तो इनमें लीकेज होगा। 

इन सब बातों को देखते ही उन्होंने पूर्ण सद्भावना के साथ बयान दिया था कि एक साल में भी सिंध का पानी शिवपुरी नहीं आयेगा। श्री शर्मा ने सवाल किया कि ऐसी स्थिति में क्या नगर पालिका को वैकल्पिक स्थिति के लिए तैयार नहीं होना चाहिए और इसी कारण जल सामग्री की खरीद बजट में रखी गई थी। परन्तु बौखलाए भाजपा नेता हरिओम ने सच्चाई को स्वीकार करने के स्थान पर  चुने गए जनप्रतिनिधियों से ही इस्तीफा मांग लिया जो उनके मानसिक दिवालीयेपन का सबूत है। 

वह बतायें कि निर्वाचित जनप्रतिनिधियों का इस्तीफा वह किस हैसियत से मांग रहे हैं। मेरे ढाई साल के कार्र्यकाल में कोई कमी नहीं है और मैं अपने दायित्वों का निर्वहन सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया की प्रेरणा के अनुरूप पूर्ण समर्पित भाव से कर रहा हूं। मुझ पर मेरे ढाई साल के कार्यकाल में कोई भी व्यक्ति भ्रष्टाचार का प्रमाणित आरोप लगा दे तो मैं हर सजा भुगतने के लिए तैयार हूं। मैने संस्था के एक जि मेदार पदाधिकारी होने के दायित्व का निर्र्वहन किया है। 

हिम्मत है तो  राठौर मुझ से चुनाव लड़ कर देख लें
नगर पालिका अध्यक्ष पद के चुनाव में पराजित हरिओम राठौर पर आक्रमण बोलते हुए नपा उपाध्यक्ष अन्नी शर्मा ने उन्हें अपने खिलाफ चुनाव लडऩे की चुनौती दी। श्री शर्मा ने कहा कि जनमत मेरे साथ है जबकि श्री राठौर अपना हश्र देख चुके हैं। उन्हें यदि अपने जनमत पर गुमान है तो वह मुझ से शहर के किसी भी वार्ड से चुनाव लडक़र देख लें उन्हें स्वयं सच्चाई का पता चल जाएगा।

भाजपा सरकार के सौतेलेपन से निजात दिलायें हरिओम:अन्नी शर्मा
नपा उपाध्यक्ष अन्नी शर्मा का कहना है कि सिंध जलावर्र्धन योजना क्षेत्रीय विकास के मसीहा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया की देन है, लेकिन भाजपा सरकार इस योजना में इसलिए अडंगे लगा रही है ताकि कांग्रेस और श्री सिंधिया को इस योजना का श्रेय न मिल पाये। 

श्री शर्मा ने भाजपा नेता हरिओम राठौर से कहा कि यदि उन्हें सिंध जलावर्धन योजना के क्रियान्वयन की चिंता है और वह चाहते हैं कि शिवपुरी के नागरिकों को सिंध नदी का पानी जल्द से जल्द मिल सके तो वह मु यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलकर बतायें कि वह शिवपुरी के प्रति सौतेले पन से बाज आयें ताकि शिवपुरी वासियों को जल्द से जल्द सिंध नदी का पानी मिल सके।