अंबालिका बाई का एक दिवसीय सत्संग 10 मार्च को

शिवपुरी। रामभक्ति के ते अधिकारी, जिनको सत्संगति अति प्यारी इन शब्दों में सत्संग का पूरा सार घुला हुआ है। सत्संग करने से ही परमात्मा से साक्षात्कार संभव है। मानव उत्थान सेवा समिती के सदस्य दिनेश राठौर ने स मेलन के बारे में जानकारी देते हुए कहा है कि मानस भवन में एक सत्संग स मेलन का आयोजन मानव उत्थान सेवा समिती द्वारा कराया जा रहा है। 

इस सम्मेलन में धर्मशास्त्रों के आधार पर सारगर्भित प्रवचन होंगे। इस स मेलन में मु य रूप से आत्मज्ञानी महात्मा अंबालिकाबाई,विनीताबाई,साक्षीबाई एवं वीतरागानंदजी शामिल होकर अपने वचनों से लोगों में परमात्मा के प्रति अपने भावों को प्रदर्शित करने का गुरूमंत्र देने के साथ ही परमात्मा से आत्म साक्षात्कार करने का तरीका अपने प्रवचनों के माध्यम से बताऐंगे। 

यह कार्यक्रम 10 मार्च को दोपहर 12 बजे से प्रारंभ होकर शाम 4 बजे तक चलेगा। इस संबंध में सतपाल महाराज की शिष्या देवी अंबालिका से बातचीत में उन्होंने स मेलन का उददेश्य स्पष्ट करते हुए कहा आज का मनुष्य यह मानता है कि परमात्मा है लेकिन जानने का प्रयास नहीं कर रहा है इस कार्यक्रम का उददेश्य यही है कि मनुष्य अपने अंतर परमात्मा को जाने और उस पर विश्वास करे। उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि जिस तरह भक्त प्रहलाद को नारद जी ने बोध कराया और प्रभू भक्ति के बारे में बताया।

संतों ने मीराबाई को प्रभू के साक्षात्कार का रास्ता बताया है उसी तरह से यह स मेलन भी लोगों में परमात्मा के प्रति उसी भाव को जागृत कराने का रास्ता साबित होगा। मानव उत्थान सेवा समिती के सदस्यों ने सभी जिले वासियों से स ोलन में शामिल होकर धर्मलाभ उठाने की अपील की है।