परोपकार नहीं यह सेवा की शपथ: CMHO

शिवपुरी। चिकित्सालय में रहकर किया जाने वाला कार्य कोई परोपकार नहीं बल्कि सेवा का कार्य है इसलिए ध्यान रखें कि मरीजों की सेवा में कोई कमी ना आए और अपने कर्तव्य का पूर्ण ईमानदारी से पालन हो, मरीजों की अपेक्षाऐं आपसे होती है इसलिए संयमपूर्वक मरीजों से वार्तालाप कर उनके दु:खदर्द को जानें फिर समुचित उपचार करें तो यह कार्य परोपकार के रूप में सेवा का कार्य माना जाएगा।

यह वक्तव्य दिया मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.व्ही.के.खरे ने जो स्थानीय एएनएम सेंटर में 58 एएनएम के लिए आयोजित द फलोरेन्स नाईटिगेंल प्रतिज्ञा कार्यक्रम को मु य अतिथि की आसंदी से संबेाधित कर रहे थे। कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती के चित्र पर सीएमएचओ डॉ.खरे द्वारा पुष्पांजलि व दीप प्रज्जवलन के साथ किया गया। 

यहां इन 58 एएनएम को तीन माह तक लगातार चिकित्सकीय परामर्श व उपचार को लेकर प्रशिक्षित सिस्टर ट्यूटर प्राचार्य राजेश्वरी उईके,अर्चना श्रीवास्तव,स्वर्णलता हाबिल,अनामिका घोसी द्वारा प्रशिक्षित किया गया। यहां इन सभी एएनएम ने सफलतापूर्वक शपथ लेकर अपने कर्तव्य करने का संकल्प लिया कि वह मरीजों की सेवा ममत्व की भांति करेंगी और हर संभव स्थिति में मरीजों की सेवा करना उनका पहला दायित्व होगा।