नर्से हीटर से गर्मी लेती रही और अस्पताल की चौखट पर तडप रहे थे जच्चा-बच्चा

शिवपुरी। मध्यप्रदेश का नंबर 1 शिवपुरी जिला चिकित्सालय आए दिन यहां पदस्त चिकित्सकों और स्टाफ की मनमर्जी के चलते चर्चाओं में आता है उसके बाबजूद भी यह कर्मचारी सुधरने का नाम नहीं ले रहे है। 

इस पूरे मामले में जांच के बाद भी कलेक्टर ने जिला चिकित्सालय में पदस्त कर्मचारीयों को अपना व्यवहार सुधारने की नसीयत तक दी। परंतु जिला चिकित्सालय को प्रायवेट लिमिटेड बना रखे स्टाफ ने उस मासूम की चीख भी नहीं सुनी जो महज 20 मिनिट पहले ही इस दुनिया में आया।

जानकारी के अनुसार बीती रात्रि जिले के नरवर से जिला चिकित्सालय में प्रसव के लिए जमुना पत्नि गजेन्द्र प्रजापति को लेकर जननी एक्सप्रेस का ड्रायवर महेश नरवर से जिला चिकित्सालय लेकर आया। तभी अचानक महिला की हालात बिगडने लगी तो महिला को अस्पताल के गेट पर जननी एक्सप्रेस में ही प्रसव हो गया।

इस हाड़ कंपा देने बाली सर्दी में रात्रि के लगभग 11 वजे जननी एक्सप्रेस में महिला और उसका नवजात सर्दी से कप रहा था तो जननी एक्सप्रेस का ड्रायवर महेश दौडक़र गया और प्रसूता वार्ड में हीटर के आगे ताप रही नर्सों से प्रसूता को देखकर भर्ती करने का आग्रह किया। 

परंतु इस हाड कपा देने बाली सर्दी में जब रात्रि का तापमान लगभग 3 डिग्री था में नर्सो ने हीटर के आगे से उठना तक मुनासिब समझा और जच्चा-बच्चा लगभग आधे घंण्टे तक अस्पताल के गेट पर ही सर्दी से कांपते रहे। 

इस बात की भनक मीडिया को लगी तो मीडिया ने भी तत्पर्ता दिखाई। मीडिया के केमरे चालू होते ही हीटर की गर्मी ले रहे स्टाफ ने भगदड़ मच गई और आनन-फानन में जच्चा-बच्चा को जिला चिकित्सालय में भर्ती कर लिया गया।

इनका कहना है
यह आरोप निराधार है ऑन रिकार्ड इस महिला का पर्चा 10:46 पर बना था और लेबर रूम में ऑन रिकार्ड 10:55 पर महिला पहुच गई थी जिसका उपचार तत्काल शुरू कर दिया था। अब इतना समय तो लगेगा ही डॉक्टर है रोबोट नही
डॉ.एसएस गुर्जर आरएमओ,जिला अस्पताल शिवपुरी