इन्सानियत की रक्षा ही मानव का सबसे बड़ा कर्म: गीता गर्ल

शिवपुरी। हमारी विरासत, हमारी मातृ-भूमि महान है जिसकी रक्षा करना उसे सम्हालकर रखना हमारा कर्म ही नहीं धर्म है ज्वलन्त सामाजिक राष्ट्रीय मुद्दों पर अपनी बैबाक राय रखने वाली गीता गर्ल मरियम आसिफ सिद्दिकी ने यह बात लोकल ट्रक ऑपरेटर यूनियन द्वारा आयोजित झण्डा बन्धन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि की आसंदी से कही। 

यहां मरियम सिद्दीकी ने उपस्थित जन समूह को संबोधित करते हुये कहा कि मानव जाति के लिये पूर्ण निष्ठा ईमानदारी के साथ अपने कर्तव्य से बढक़र कोई कर्म या धर्म नहीं। आज समय आ गया कि हम मिल-जुल कर इन्सानियत की रक्षा के लिये कार्य करें। स्वयं की उपादेयता भारतीय समाज और इन्सानियत के लिये सिद्ध करने के मार्ग पर अग्रसर मरियम ने अपने पिता आसिफ  संरक्षण में वह मार्ग चुना है जिस पर चलकर वह इन्सानियत की खातिर अपना सपना पूरा करना चाहती है। 

जो वह देखने की कोशिस कर रही है। कार्यक्रम में स्वागत भाषण लोकल ट्रक ऑपरेटर यूनियन के अध्यक्ष अब्दुल रफीक अप्पल ने दिया जिन्होंने इस ध्वजारोहण कार्यक्रम में शिरकत करने पर मरियम व उनके पिता के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सेवा.डीएसपी सुरेश सिंह सिकरवार ने की जबकि अन्य अतिथियों में पूर्व विधायक गणेश गौतम, हरिबल्लभ शुक्ला व गणेशी लाल जैन सहित नपाध्यक्ष मुन्ना लाल कुशवाह मंचासीन थे। यहां बता दें कार्यक्रम के आयोजक लोकल ट्रक ऑपरेटर यूनियन के अध्यक्ष अब्दुल रसीद अप्पल जो विगत 10 वर्षो से झण्डा बन्धन कार्यक्रम शिवपुरी में निरन्तर आयोजित कर रहे है। संचालन आदित्य शिवपुरी ने जबकि आभार साजिद विद्यार्थी ने व्यक्त किया। 

बेटी की पहचान बने पिता
कार्यक्रम में अपनी बात खते हुए मरियम सिद्दीकी के पिता आसिफ  ने स्वयं का सौभाग्यशाली मानते हुये मरियम के मार्ग प्रस्त होने में अपनी भूमिका और वर्तमान पहचान को मंच से सार्वजनिक किया। उन्होंने कहा कि आज से पहले  मेरी अपनी पहचान थी। मगर आज मेरी बेटी ने मुझे एक नई पहचान दी है। लोग आज मुझे आसिफ सिद्दिकी के नाम से कम मरियम के पिता के नाम से ज्यादा जानते हैए यह मेरा सौभाग्य है। 

देश का नाम रोशन कर रही मरियम
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सुरेश सिंह सिकरवार ने अपने अध्यक्षी भाषण में कहा कि स्वयं को गौरान्वित होते हुये तो कई बार मैंने स्वयं को देखा। मगर आज जिस गौरव की अनुभूति अपने देश की बेटी मरियम को सुन महसूस कर पा रहा हूं। उसे मैं शब्दों मेें व्यक्त नहीं कर सकता। मुझे उ मीद है कि हमारी बेटी हमारे राष्ट्र का नाम अवश्य ऊँचा करेगी। इस मौके पर कार्यक्रम में बड़ी संख्या में नेता, बुद्धिजीवी, पत्रकारगण सहित शहर के गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।