कॉलोनी बासियों ने दबौचे मि.मगर,वन संरक्षक की कोठी के बाहर छोड़ा

शिवपुरी। शिवपुरी के जल स्त्रोतों से संलग्न कॉलोनियों में मगरमच्छ निकलने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा, लेकिन आज गूजर तालाब के नजदीक स्थित कॉलोनी में जब मगरमच्छ का बच्चा घूम रहा था तो वहां के नागरिकों ने वन विभाग के डॉ. जितेन्द्र जाटव को मगरमच्छ पकडऩे के लिए फोन लगाया।

लेकिन दो घंटे तक भी जब वन विभाग की टीम मौके पर नहीं पहुंची तो गुस्साये नागरिक मगरमच्छ को रस्सी में बांधकर वन संरक्षक संखवार के बंगले पर ले आए और उसे वहां छोड़ दिया। बाद में वन संरक्षक के  बंगले पर तैनात गार्ड ने किसी तरह मगरमच्छ को पकड़ा और इसके बाद वन विभाग की टीम ने मगरमच्छ को कब्जे में लेकर उसे अमोला नदी में छोड़ दिया। 

चिंताहरण रोड़ पर स्थित गूजर तालाब में आए दिन मगरमच्छ निकलते हैं और इस तालाब से संलग्न कॉलोनीवासी दहशत में जीवन यापन कर रहे हैं। आज सुबह जब मगरमच्छ का बच्चा धूप सेकने के लिए तालाब से बाहर निकला और घूमते-घूमते कॉलोनी में जा पहुंचा। मगरमच्छ को देखकर कॉलोनी में हडक़ंप मच गया। 

देखते ही देखते वहां भीड़ एकत्रित हो गई और किसी ने वन विभाग के डॉक्टर जितेन्द्र जाटव को फोन लगाकर गूजर तालाब कॉलोनी में मगरमच्छ होने की सूचना दी। बताया जाता है कि श्री जाटव ने कहा कि वह तुरंत ही मौके पर पहुंच रहे हैं, लेकिन जब दो घंटे तक वन विभाग की टीम नहीं पहुंची तो नागरिकों का गुस्सा सातवे आसमान पर पहुंच गया। 

नागरिकों ने रस्सी से मगरमच्छ को बांधा और उसे पास ही स्थित वनसंरक्षक शंखवार के बंगले पर ले जाकर छोड़ दिया। मगरमच्छ इसके बाद बंगले में घूमने लगा तुरंत गार्ड ने कुछ लोगों की सहायता से मगर को पकड़ा और उसे बांध दिया। बाद में वन विभाग की टीम मगर को पकडक़र छोडऩे के लिए सिंध नदी में ले गई।