भ्रष्टाचार की नपा: भाजपा पार्षदों ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

शिवपुरी। 14 लाख रूपए के कथित फर्जी कुटेशन मामले की जांच को लेकर भाजपा पार्षदों ने आज भाजपा नगर महामंत्री हरिओम राठौर के नेतृत्व में कलेक्टर ओपी श्रीवास्तव को ज्ञापन सौंपा और उनसे मांग की कि इस मामले में सभी दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। 

वहीं बेकसूरों को इस मामले में नहीं फंसाया जाए। कलेक्टर ने भाजपा पार्र्षदों की बात सुनने के बाद उन्हें आश्वस्त किया कि प्रथम दृष्टि में यह मामला धोखाधड़ी का  लग रहा है। इसलिए इसकी जांच अब पुलिस करेगी और शीघ्र ही उन्हें इस मामले में रिजल्ट देखने को मिलेंगे। 

इस मामले में आवक जावक लिपिक रोहित खैमरिया के मौखिक रूप से निल बन के बाद सुप्त पड़े भाजपा पार्र्षद दल में उवाल आया। सबसे पहले भाजपा पार्र्षद मनीष गर्ग मंजू ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि लिपिक खैमरिया को बलि का बकरा बनाया जा रहा है। जबकि बड़े-बड़े मगर मच्छों को नगर पालिका प्रशासन बचाने का प्रयास कर रहा है। 

उनके बयान के बाद भाजपा पार्षदों में सक्रियता आई और कल भाजपा के वरिष्ठ पार्षद अभिषेक शर्मा वट्टे, विक्की भदौरिया,श्यामलाल शाक्य,पार्षद हरिओम नरवरिया, लालजीत आदिवासी, डॉ. विजय खन्ना, सुरेन्द्र रजक, श्रीमती अनीता अजय भार्गव, श्रीमती रेखा गब्बर परिहार, किरण नीरज खटीक, विष्णु राठौर, श्रीमती नीलम अनिल बघेल, पकंज शर्मा, गौरव चौबे, मनीषा क्रांति गौतम, चन्द्रकुमार बंसल,श्रीमती सरोज महेन्द्र धाकड़, नगर महामंत्री हरिओम राठौर ने बैठक कर निर्णय लिया कि कल इस मामले में कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा जाएगा। 

इसी के तारत य में आज भाजपा पार्र्षद नगर पालिका कार्यालय पहुंचे जहां उन्होंने नगर पालिका प्रशासन पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाते हुए जोरशोर से नारेबाजी की। इनके साथ भाजपा नेता इरशाद अहमद कादरी भी थे। इसके बाद भाजपा पार्र्षदों ने कलेक्ट्रेट जाकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में मांग की गर्ई है कि इस मामले में ऑफिस के बाबूओं से लेकर जो भी व्यक्ति दोषी है उस पर तुरंत कार्रवाई होना चाहिए। 

वहीं इस बात की भी जांच होना चाहिए कि मामले में लिप्त सभी संबंधित व्यक्तियों के हस्ताक्षर असली है अथवा नकली। यह भी जांच का विषय है। बिना पार्षदों की मांग के उनके वार्डों में कार्र्यो की फाईल कैसे तैयार की गई। जबकि परिषद में यह ठहराव पारित किया गया था कि पार्षदों की बिना सहमति के कोई कार्य स्वीकृत नहीं किया जाएगा। 

भाजपा पार्षद दो फाड़, भानू दुबे सहित कई पार्षद नहीं आए
भ्रष्टाचार के इस मामले में भाजपा को किरकिरी का सामना करना पड़ा है। इस प्रकरण में भाजपा पार्षदों की आपसी फूट उजागर हो गर्ई है। यहां तक कि भाजपा नगर अध्यक्ष भानू दुबे और उनके समर्थक पार्षद ज्ञापन देने नहीं आए। 

इनमें पार्षद अरूण पंडित , बलबीर यादव, प्रमुख रूप से हैं। इसके अतिरिक्त पार्षद राजकुमारी कुशवाह, श्रीमती मालती ज्ञानचन्द्र जैन की भी भागीदारी देखने को नहीं मिली। इस संबंध में जब नगर अध्यक्ष भानू दुबे से पूछा गया तो उनका कहना है कि उन्हें सूचित नहीं किया गया। 

जबकि पार्षद अरूण पंडित ने सार्वजनिक रूप से कहा कि बिना महाराज (यशोधरा राजे सिंधिया) के आदेश और सहमति के वह कहीं नहीं जाऐंगे। हालांकि नगर महामंत्री हरिओम राठौर का कहना है कि भ्रष्टाचार के मामले में ज्ञापन देने के पूर्व उन्होंने अपनी नेता और प्रदेश सरकार की मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया को एसएमएस से अवगत करा दिया था। 

धरना देने की नौबत नहीं आएगी:कलेक्टर
भाजपा पार्षदों ने ज्ञापन देते समय कलेक्टर से कहा कि यदि इस मामले में निष्पक्ष कार्रवाई नहीं हुई तो वह 6 नव बर को धरना देंगे। लेकिन कलेक्टर ने उन्हें आश्वस्त किया कि उन्हें धरना देने की नौबत नहीं आएगी। क्योंकि आज या कल में इस मामले में प्रशासन द्वारा न्यायोचित कार्रवार्ई कर दी जाएगी। 

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