छोटी बहन की चिता को बड़ी बहन ने दी मुखाग्नि

शिवपुरी। अपनी छोटी बहन को जीवन भर बेटी जैसा दुलार दिया और जब असमय छोटी बहन का देहांत हो गया तो तमाम वर्जनाओं को दरकिनार कर बड़ी बहन ने उसकी चिता को मुखाग्नि दी और एक नई मिसाल पेश की। पुरुष प्रधान समाज में इस तरह के उदाहरण बिरले ही मिलते हैं। 

शहर के विवेकानंदपुरम हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में निवासरत सेवानिवृत्त शिक्षिका सुश्री नीलम खन्ना की छोटी बहन सुश्री ब्रजलता खन्ना मुनिया का आज बीमारी के चलते निधन हो गया। भावनात्मक रूप से ये बहनें एक दूसरे से इस कदर लगाव रखती थीं कि बहन होने के बावजूद बेटी जैसा दुलार नीलम ने अपनी छोटी बहन ब्रजलता को बचपन से दिया। 

आज जब छोटी बहन की सांसे थम गईं और अंतिम यात्रा की घड़ी आई तो अपने भैया भतीजों के होने के बावजूद शिक्षिका नीलम खन्ना ने तमाम सामाजिक वर्जनाओं को दरकिनार कर भावनात्मक निर्णय लिया। उन्होंने अपनी छोटी बहन की अंतिम यात्रा में न केवल हाण्डी थामी बल्कि उन्होंने मुक्तिधाम पहुंचकर ब्रजलता को मुखाग्नि भी दी।