मृत फॉरेस्ट गार्ड को DFO ने धकिया कर भगाया था

शिवपुरी। लगभग 72 घंटे पूर्व हुई वनपाल जगदीश मिन्जबार की कुल्हाड़ी से काटकर की हत्या के मामले में मृतक की बेटी ने प्रेस को बयान दिया है कि मेरे पिता इस जगह से अपना स्थानातंरण चाहते थे उनको अपनी जान का खतरा था और डीएफओ ने आवेदन भी नही लिया और धकिया के भगाया था। 

जानकारी के अनुसार बीते रोज वन विभाग के आला अधिकारी वनपाल जगदीश मिन्जवार के घर पहुॅचे, अधिकारियों को घर आया देख वनपाल की बेटी कृष्णा बिखर गई। कृष्णा का अधिकारियों से कहना था कि आप अकेले क्यूॅ आये हो मेरे पिता कहाँ है जैसे भी हो मुझे मेरे पिता लाकर दो। इन शब्दों के बाद कृष्णा ने जो कुछ कहा उन्हे सुनकर सभी अधिकारियों ने अपने-अपने सिर नीचे कर लिये और वह उल्टे पैर वापस लौट आये।

वनपाल की पुत्री कृष्णा ने फॉरेस्ट के आला अधिकारियों पर सार्वजनिक रूप से आरोप लगाते हुए कहा कि आज उसका परिवार जिस स्थिति में बैठा है उसके जिम्मेदार उक्त अधिकारी ही है क्योंकि जिस वीट क्षेत्र में वनपाल के साथ घटना घटित हुई है उस वीट का चार्ज जबरजस्ती अधिकारियों ने जगदीश मिन्जवार को दिया था। 

कृष्णा का आरोप है कि उसके पिता उक्त वीट का चार्ज लेने को तैयार नहीं थे और इस संबंध में उन्होंने डीएफओ को आवेदन भी दिया था। लेकिन तत्समय डीएफओ ने आवेदन लेने से इन्कार कर दिया था। वनपाल की पुत्री कृष्णा को बिखरा देख आसपास की महिलाओं ने भी अधिकारियों को खरी-खोटी सुनाना शुरू कर दिया। माहौल बिगडता देख सभी अधिकारी एक-एक कर वनपाल के घर से वापस खिसक लिये।