
जानकारी के अनुसार आज शाम सुरेश पुत्र क मू वाल्मिकी और पहलू पुत्र ठकुरी परिहार अपनी बकरियों को चरा रहे थे। बकरियाँ चराते समय तेज वारिश होने लगी तभी सुरेश और पहलू दोनों ने अपने आप को पानी से बचने के लिए पास ही सुरक्षित स्थान पर छुप गये।
लेकिन बकरियाँ पास ही स्थित मंगलबाबा के चबुतरे के पास खडी हो गई। तभी मंगलबाबा के चबूतरे पास एक दम आकाशीय बिजली गिरी जिसमें 13 बकरियों की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। इन बकरियों में 9 बकरियाँ सुरेश वाल्मिकी की थी और शेष 4 बकरियाँ पहलू परिहार की थीं।