
लालाजी ने यहां दर्शाया जिंदे को मुर्दा
कोलारस तहसील के ग्राम मौंजा कांकरा ग्राम पंचायत बैढारी में सर्वे क्र- 58.59.60.62 पटवारी हल्का नंबर-36 के भूमिस्वामी ओमप्रकाश पुत्र चिंटूलाल श्रीवास्तव को मृतक दर्शाकर 06 वीघा भूमि की न केवल रजिस्ट्री हो गई बल्कि भू-माफिया ने पटवारी से सांठगांठ कर पंचायत से नामंतरण भी करा लिया।
जब ओमप्रकाश को इस बात का पता चला तब वो तहसीलदार, एसडीएम एवं टीआई के समक्ष हाजिर होकर दिए शिकायती आवेदन में गुहार लगाई की साहब में जिंदा हूं, मेरी पैत्रिक जमीन मुझे दिलाई जाए और धोखेबाजों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की, भू-स्वामी को मुर्दा बताकर जमीन हड़पने का यह मामला काफी तूल पकडा।
अनुविभागीय अधिकारी के यहाँ की गई शिकायतों पर कार्यवाही नहीं होने के कारण फरियादी ओमप्रकाश की आवाज कलेक्टर, कमिश्नर से लेकर मु यमंत्री जन शिकायत निवारण भोपाल तक गूंजी, मामले के तूल पकडते ही फरवरी माह में कोलारस एसडीएम आर.के.पाण्डे ने आनन-फानन में अपने चहेते पटवारी पर कार्यवाही कर मामले से इतिश्री कर ली।
उसके बाद कोलारस एसडीएम अपने अमले को साथ लेकर मौके पर पहुंचे जहां पुलिस के सहयोग से ओमप्रकाश की जमीन पर मिले कब्जे को नाकूप कर भूस्वामी को उसकी जमीन का कब्जा दिलाया, परंतु एसडीएम महोदय का डंडा उन गरीवों पर चला जो धोखाधडी का शिकार होकर उस जमीन पर काबिज हुए थे।
परंतु वो घूसखोर पटवारी सुरेन्द्र सूर्यवंशी आज भी उसी हल्के पर पदस्थ होकर गरीबो की खून पसीने की कमाई पर जमकर डाकां डालने में मशगूल जान पड रहा है, शासन के नियमों की अवहेलना कर जिंमेदारों ने उक्त पटवारी को उसी हल्के पर बहाल कर शासन के गाल पर एक करारा तमाचा मारा है, अब देखना यह है कि संबधित अधिकारी उक्त भ्रष्ट पटवारी पर आगें भी अभयदान बनाए रखेगें या उसे कानून के कठघरे में खडा करने में कामयाबी हासिल करेगें, इस विषय पर अभी संशय बरकरार बना हुआ है।