
जानकारी के अनुसार महिला एएनएम चंपा रघुवंशी ने आरोप लगाते हुए कहा है कि 12 जून की रात डॉक्टर के द्वारा उसे डिलेवरी करने का आदेश दिया गया वही स्वास्थ्य केंद्र मे लाईट न होने के चलते चंपा रघुवंशी के द्वारा डिलेवरी करने से मना कर दिया गया इसी बात पर डॉक्टर के द्वारा उसे थप्पड मारते हुए काम करने का दवाव बनाने लगा। महिला का आरोप है कि उस समय डॉक्टर मांझी शराव के नशे में धुत्त था। वही जब वह करैरा एस.डी.एम संजीव जेन के पास शिकायत लेकर पहुची तो वहां एस.डी.एम के द्वारा भी उसके साथ बदसलूकी की गई और वहां से भगा दिया गया।
महिला ने मामले में सुनवाई नहीं होने पर आत्महत्या करने की धमकी दे डाली।