
फरियादी मंडी सचिव का आरोप है कि आरोपीगणों ने उनके कार्यालय में उन्हें बंधक बनाते हुए गालीगलौंच की तथा शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न की। साथ ही उन्हें आगजनी के झूठे केस में फंसाने की धमकी भी दी थी। पुलिस ने जांच कर सात आरोपियों के खिलाफ भादवि की धारा 341, 294, 186, 34 का प्रकरण दर्ज कर लिया है।
पीडि़त मंडी सचिव ने पुलिस को दिए अपने शिकायती आवेदन में उल्लेख किया था कि घटना दिनांक 23 जून को वह अपने कार्यालय में मंडी उपाध्यक्ष कैलाश कुशवाह व दिग्विजय सिंह रघुवंशी के साथ बैठे हुए थे तभी आरोपी मंडी संचालक इब्राहिम खां अपने पुत्र इलियास, युसूफ , जुवेर, जावेद, व ह माल इकबाल और जखरिया सहित 15 से 20 ह मालों के साथ उनके कक्ष में पहुंचे जहां आरोपीगणों ने तेज आवाज में उनसे बात की और झगड़े पर उतारू हो गए।
साथ ही उन्हें उनके कक्ष में घेर कर बंधक बना लिया। शासकीय कार्य करने में बाधा उत्पन्न की। इस दौरान मंडी उपाध्यक्ष कैलाश कुशवाह और श्री रघुवंशी ने किसी तरह उन्हें आरोपी के चंगुल से छुड़वाया। पुलिस ने इस मामले में मंडी उपाध्यक्ष कैलाश कुशवाह और श्री रघुवंशी के बयान भी लिए। जिनमें दोनों ने उक्त घटनाक्रम होना स्वीकार किया।