
जानकारी के अनुसार बैराड़ निवासी डॉली पत्नि अनिल गुप्ता 1 जून 2016 को जिला अस्पताल में प्रसव के लिए भर्ती हुई। 1 जून का ही डॉली ने एक बेटे को जन्म दिया, परंतु अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही के कारण दस्तावेजो में बेटे की जगह बेटी दर्ज हो गया। उसका जन्म प्रमाण पत्र भी फीमेल चाईल्ड का बना।
जब यह दस्तावेज डिस्वार्ड कार्ड के साथ परिजनों के हाथ में आए तो उन्होने अस्पताल प्रबंधन को इस गलती से अवगत कराया। इसके बाद भी आज तक इन दस्तावेजों में कोई सुधार नही हुआ है। डॉली के यहां प्रसव के दौरान बेटी हुई है, यह रिकार्ड में ऑनलाईन और दिल्ली तक दर्ज हो चुका है।