
हमला इसलिए बोला गया क्योंकि आरोपी मुकेश कुशवाह ने जिद्द पकड़ ली थी कि गांव के सरपंच मांगीलाल का नाम मतदाता सूची से काटा जाए क्योंकि वह गांव में न रहकर शहर में रहता है। पुलिस ने इस मामले में आरोपी के खिलाफ भादवि की धारा 353, 332, 186 का प्रकरण पंजीबद्ध कर लिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार प्राथमिक विद्यालय खौंकर में पदस्थ गोपाल ओझा को मतगणना सूची का सर्वे करने के लिए सेसई में पहुंचाया गया था। उनके साथ बीएलओ मनोज शर्मा भी मौजूद थे। दोनों कुशवाह मोहल्ला देवी मंदिर के पास सर्वे कर रहे थे तभी आरोपी मुकेश कुशवाह शराब के नशे में धुत्त होकर वहां पहुंचा और उसने बीएलओ से सरपंच का नाम मतदाता सूची से काटने को कहा।
आरोपी की बात सुनकर बीएलओ ओझा ने युवक को समझाया कि नाम काटने और बढ़ाने के लिए अन्य बीएलओ नियुक्त किये गए हैं आप उनसे शिकायत करें। वहीं आपकी शिकायत का निराकरण करेंगे। इतना सुनते ही आरोपी नाराज हो गया और उसने फरियादी पर हमला बोल दिया और मारपीट शुरू कर दी।
बीच बचाब में आये फरियादी के साथी मनोज शर्मा ने उसे रोकने की कोशिश की लेकिन आरोपी ने मनोज की भी मारपीट कर दी और उसके कपड़े फाड़ दिये। यहां तक की आरोपी ने मतदाता सूची सहित अन्य जरूरी कागजातों को भी फाड़ कर फैंक दिया।