पिता ने मासूम बेटी को बेचा, खरीददार रेप करके भाग गया

शिवपुरी। पैसों के लालच में पिता ने अपनी 13 वर्षीय मासूम पुत्री को आरोपी धर्मेन्द्र को बेच दिया और आरोपी ने उससे विवाह भी रचाकर उससे लगातार आठ-दस दिन बलात्कार किया  और इसके बाद स्टेशन छोड़कर भाग खड़ा हुआ। 

आरोपी धर्मेन्द्र के भाई देवेन्द्र गुप्ता और मित्र सौरभ गुप्ता उक्त बालिका को स्टेशन से उसके घर छोड़ गए। बालिका ने अपने साथ हुए दुष्कर्म की जानकारी अपनी मां, ताऊ और मामा को दी। ताऊ सीताराम ओझा के एसपी को ज्ञापन देने के बाद पुलिस हरकत में आई और पुलिस ने दो आरोपियों देवेन्द्र गुप्ता और सौरभ गुप्ता को गिर तार कर लिया जबकि मु य आरोपी धर्मेन्द्र गुप्ता फरार बताया जाता है। 

प्राप्त जानकारी के अनुसार धर्मेन्द्र गुप्ता के मित्र सौरभ गुप्ता की नवाब साहब रोड पर मोबाइल की दुकान है। यहीं आवारा किस्म के धर्मेन्द्र का उठना बैठना है। इसी दुकान के नजदीक उक्त बालिका अपने परिजनों के साथ निवास करती है। बालिका के पिता हरी ओझा के तीन पुत्रियां और एक पुत्र हैं। 

इनमें से उक्त बालिका सबसे बड़ी है। हरी के बड़े भाई सीताराम ओझा के अनुसार उसका छोटा भाई कोई काम धंधा नहीं करता। दिनभर शराब के नशे में धुत्त रहता है और जुआ तथा सट्टा खेलता है। सीताराम का आरोप है कि उसके भाई ने पैसों के लालच में उसकी नाबालिग भतीजी को धर्मेन्द्र को बेच दिया और बच्ची की खरीद करने के बाद धर्मेन्द्र उसे शिवपुरी से बाहर कई जगह ले गया तथा लगातार आठ-दस दिन तक उसके साथ बलात्कार किया। 

बताया जाता है कि धर्मेन्द्र ने उक्त बालिका का अपहरण महाशिवरात्रि पर्व के बाद किया। बताया जाता है कि 15-20 दिन पूर्व धर्मेन्द्र उक्त बालिका को कहीं बाहर से लाकर शिवपुरी रेलवे स्टेशन पर रूका जहां उसने अपने भाई देवेन्द्र गुप्ता तथा सौरभ गुप्ता को बुलवाया। उक्त बालिका को सौरभ गुप्ता अपने दुपहिया वाहन पर बिठाकर नवाब साहब रोड पर लेकर आया और उसे उसके घर छोड़ा। 

उसके साथ देवेन्द्र भी था। उक्त बालिका ने अपनी मां और ताऊ को अपने साथ हुए दुव्र्यवहार की रोते हुए जानकारी दी। इसके बाद सीताराम ने एसपी को आवेदन दिया। समाचार लिखे जाने तक पुलिस इस मामले की छानबीन और जांच में लगी हुई है। 

पुलिस कर रही है बालिका के पिता की तलाश
पुलिस ने इस मामले में आरोपी धर्मेन्द्र गुप्ता के परिजनों को तो थाने में तलब कर लिए, लेकिन बालिका का पिता थाने में नहीं पहुंचा। उसके मोबाइल पर भी संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उसका मोबाइल बंद मिला। इसके बाद पुलिस दल बालिका के पिता को पकडऩे के लिए रवाना हो गई है। 

वहीं थाने में बालिका की मां, ताऊ और मामा जमे हुए हैं तथा तीनों का कहना है कि वे अपनी पुत्री के साथ हुए दुष्कर्म के जि मेदार आरोपियों को गिर तार कर उन्हें सजा दिलाएंगे।