वनविभाग का जंगल का कानून: पशु निकासी के लिए वन विभाग के कर्मचारियो ने ली मोटी रकम

कोलारस। वनविभाग में आजकल इस देश का कानून नही बल्कि जंगल का कानून चल रहा है। जंगलो की रक्षा के लिए वनविभाग का गठन किया होगा। परन्तु कोलारस में वनविभाग के अफसर जंगल उजाडने में लगे हुए है वो भी रिश्वत लेकर। 

जंगलो की रक्षा करने वाले ही जंगल का सौदा करने पर उतारू है ऐसा ही मामला सामने आया है।  रेंज के सिपाही किस तरह से अपने व्यक्तिगत फायदे के लिए अपने पद का उपयोग भ्रष्टाचार करने और जंगल को खत्म करने के लिए किया गया । 

रेंज कोलारस खरैह बीट पदस्त वनकर्मियों द्वारा हजारो कि कतार में पशुओं को पशुओं के मुखिया से  30 हजार रू लेकर रैंज क्षेत्र से गुजरने चरने के ऐवज में लिए। और यह खुलासा खुद पशु मालिक ने एक स्टिंग ऑपरेशन में किया। 

कोलारस रेंज क्षेत्र से इस समयच राजस्थान के पशुमालिको के हजारो की सं या में बछडे और गाय अलग-अलग हिस्सो में चरकर निकल रहे है। जैसे ही इसकी खबर मिडियाकर्मियो को लगी तो उन्होने पशु मालिको से हिडंन कैमरे लगाकर परिमट की बात की तो पशु मालिको ने बताया कि उन्होने वन कर्मियो को मोटे पैसे दिए है। 

बताया यह भी गया है कि हर वर्ष ऐसे ही हजारो की सं या में राजस्थान के पशु मलिक कोलारस वन क्षेत्र में लाते है और इन्है वनविभाग पनाह देता है। यह पशुमालिक कुछ दिन इन्है यहां चराकर कत्लखानो की ओर ले जाते है।