शिवपुरी से ज्यादा पुराना है गुरूगोरखनाथ का मंदिर, उम्र है 1010 साल

शिवपुरी। भगवान शिव की नगरी शिवपुरी में सिद्वेश्वर मंदिर के पास स्थित गुरूगोरख नाथ का मंदिर शिवपुरी से बसने से पूर्व का है। मंदिर में स्थित प्राचीन गुरूगोरखनाथ प्रतीमा पर संवत 1067 अंकित है। और अब इस नवरात्रि से संवत 2068 का श्रीगणेश हो चुका है। इस हिसाब से इस मंदिर की उम्र 1010 से भी अधिक है। 

इस मंदिर का निर्माण किसने कराया इसका कोई उल्लेख नही है। बताया यह भी जाता है कि इस मंदिर की उम्र 1 हजार साल से भी अधिक हो सकती है। इसका प्रत्यक्ष प्रमाण स्वय: यह मंदिर देता है। इस मंदिर की दो मंजिला इमारत है। मंदिर की ऊपरी मंजिल पर भगवान राधा कृष्ण की मूर्ति  के साथ-साथ हनुमान जी की प्रतिमा है। 

और मंदिर के नीचे सामने गुरूगोरखनाथ का मंदिर है। इस मंदिर में भोलेनाथ का शिवलिंग भी स्थापित है। इस मंदिर के मंहत श्रीसीताराम दास महाराज का कहना है कि इस मंदिर का निर्माण कब और किसने कराया इसका कोई प्रमाण नही है। 

लेकिन इस मंदिर की उम्र 1 हजार साल से ज्यादा अवश्य है यहां प्रमाणित करता है कि गुरूगोरखनाथ का मंदिर, गोरखनाथ मंदिर जहां बना हैं वह किसी नाथ संप्रदाय महात्मा की समाधी है और नाथ संप्रदाय के महंतो की समाधी पर शिवलिंग स्थापित किया जाता है। 

फिर कभी आगे इस समाधी पर गुरूगोरखनाथ की मुर्ति की स्थापना की गई है। इस मंदिर को नीव खोदकर नही बनाया गया है सीधे समाधी से ही दिवाल खडी कर दी गई है। 

सरकारी दास्तावेजो में इस मंदिर का नाम गुरूगोरख नाथ मंदिर नही बल्कि जुगलकिशोर राधाकृष्ण मंदिर है इससे प्रमाणित होता है कि गुरूगोरखनाथ की प्रतिमा से पहले ही यह मंदिर अस्तिव में आ गया था।