हड़ताल: खनियाधानां में स्वास्थ्य सेवाए खस्ता,वार्ड में मरीजों की जगह कुत्ते

खनियाधानां। स्वास्थय विभाग के कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने से नगर में स्वास्थय सेवाए की हलात खस्ता हो गई है। वार्डो में मरिजों की जगह कुत्ते नजर आ रहे है। अपनी मांगो को लेकर न्यू बहुउद्देशीय स्वास्थय कर्मचारी संघ के तले स्वास्थय कर्मियो सरकार के खिलाफ जमकर नारे बाजी की। 

बताया गया है कि स्वास्थय कर्मियो ने अपनी दो सूत्रीय मांगो को लेकर खनियाधानां स्वास्थय पर नारे,पहले तो दिग्गी की बारी थी अब मामा तु हारी,इन नारो को लगाकर स्वास्थय कर्मियों ने सरकार को यह सकेंंत दिए है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नही होंगी तब तक वे हड़ताल खत्म नही करेंगें। 

यह है प्रमुख मांग 
स्वास्थ्य कर्मचारियों का कहना है की हमारे सिर्फ  एक प्रमुख मांग है बेतन विसंगति, हमे नेत्र चिकित्सको के बराबर बेतन किया जाए। संविदा एएनएम,आरसीएच, कर्मचारी, मलेरिया वर्कर आदि को नियमित करनासरकार इनकी मांगो को मान नही रही है इस कारण पूरे प्रदेश में पिछले 10 दिन से स्वास्थय कर्मी हडताल पर है। 

 स्वास्थय सेवाए खस्ता, मरिजो के जगह कुत्ते 
पिछले दस दिनों से सभी स्वास्थ्य कर्मचारी हड़ताल पर है। इससे स्वास्थ्य सेवाएं भी प्रभावित हो चुकी है। गर्भवती व शिशुओं को टीका लगाने के काम ठप पड़े हैं। वैक्सीन के रख रखाव के लिए जिन कर्मचारियों के पास चार्ज है वे अब बीएमओ को चाबी सौंप उन्हें चार्ज सौंप दिया हैं। इन हालातो में वार्ड बॉय ही ईलाज कर रह है। 

इन इन वार्डो में लगा ताला 
कार्यालय बिकास खण्ड प्रसार प्रशिक्षक, प्रयोगशाला,बेक्सीन बितरण कक्ष,एन आर सी, प्रसूता कक्ष, एल आर, आंतरिक रोगी वार्ड, नर्सिंग स्टाफ ड्यूटी कक्ष, मु य लेखा शाखा और केन्टीन डिस्पेन्सरी पर लगा है ताला 

इनका कहना है
हमारे यहाँ सभी कर्मचारी हड़ताल पर है जिसमे 3 डॉक्टर 2 नेत्र चिकित्सक और कुछ वार्ड बॉय है उन्ही से सेबायं ले रहे है हमारी मजबूरी है क्या करे हमारा भी कहना है की जो कर्मचारी हड़ताल पर है उनकी मांगे पूरी होना चाहिये क्योकि बेतन काम काम ज्यादा है। 
डॉ साकेत सक्सेना 
ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर खनियाधाना