
बाल कल्याण समिति शिवपुरी ने अखबार में खबर पढऩे के बाद जिला चिकित्सालय में भ्रमण किया एवं महाबीर के स्वास्थ्य का हाल जाना एवं उनके परिजन को समझाईश दी कि बच्चों पर ऐसा मानवीय कृत्य करवाना बंद करें बच्चाों पर शारिरीकि या अमानवीय कृत्य अपराध की श्रेणी में आते हैं ।
इस अवसर पर जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन डा . गोविन्द सिंह ने कहा कि आज भी जबकी हर जगह स्वास्थ्य कार्यकर्ता एवं सरकारी स्वास्थ्य सेवाये सरकार प्रदान कर रही हैं मासूमों पर ऐसे कृत्य सिर्फ जागरुकता की कमी से हो रहे हैं लोगों को जागरुक करने की आवश्यकता हैं ।
बाल कल्याण समिति की वरिष्ठ सदस्य श्रीमती उमा मिश्रा ने बच्चे की मां से चर्चा की एवं उसकों समझाईश दी कि जब भी बच्चे को कोई बिमारी या कमजोरी हो तो डाक्टर को दिखाये एवं सही से ईलाज करें बच्चों के साथ अमानवीय हरकते करना बंद करें । इस अवसर पर डा निसार अहमद से बाल कल्याण समिति के सदस्यों ने विस्तार से चर्चा कि एवं बच्चे की हालात में सुधार हो रहा हैं और कल बच्चे को जिला चिकित्सालय से डिस्चार्ज कर दिया जायेगा।
मासूम को देखने आलोक इन्दौरिया संयोजक मानव अधिकार आयोग शिवपुरी, जिला बाल कल्याण समिति शिवपुरी के सदस्य श्री मती उमा मिश्रा, रवि गोयल एवं बच्चो के लिए काम करने वाली युवा वालेन्टिर श्रद्धा जादौन उपस्थित थे।