
जिनमें से तीन को दबोच लिया जबकि गैंग की सरगना चंदा गड़रिया और उसका प्रेमी चंदन गड़रिया सहित अन्य 4 डकैत अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल हो गए। पकड़े गए डकैैतों के पास से दो अधिया,एक कट्टा, 14 जिंदा राउण्ड सहित दो मोबाईल और दैनिक उपयोग का सामान बरामद किया गया।
पुलिस और डकैतों के बीच लगभग एक घंटे तक मुठभेड़ चली जहां दोनों ओर से जमकर गोलीबारी हुई। डकैतों की ओर से पुलिस पर लगभग 20 से 25 फायर किये गए जबकि पुलिस की ओर से 17 फायर हुए।
प्राप्त जानकारी के अनुसार रात्रि करीब 1 से 1:30 बजे के बीच एसपी मो. युसुफ कुर्रेशी को गड़रिया गैंग की सूचना अमोला के जंगल में होने की प्राप्त हुई। जिस पर श्री कुर्रेशी ने करैरा एसडीओपी एसबीएस रघुवंशी को तुरंत कार्यवाही करने का निर्देश दिया।
जिस पर श्री रघुवंशी अमोला थाना प्रभारी वेदेन्द्र सिंह कुशवाह और एसआई रविन्द्र सिकरवार को टीम गठन करने का आदेश दिया। वहीं एडी टीम को भी सक्रिय रहने का निर्देश प्राप्त हुए। रात्रि करीब 1:15 बजे एडी और पुलिस की टीमें जंगल में कूंद गई जहां रामपुरा के जंगल में स्थित सिपली नाला के पास गिरोह और पुलिस आमने सामने आ गए।
डकैतों ने पुलिस को देखते ही फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्यवाही करते हुए पुलिस ने भी अपने बचाव में बदमाशों पर फायर करना शुरू कर दिया। दोनों ओर से जमकर गोलीबारी हुई और अंतत: पुलिस ने एक घंटे चली मुठभेड़ में कल्लू पुत्र धनीराम पाल निवासी बडेरा पिछोर, बलवीर गड़रिया निवासी लोटना भौंती, मोहनी सिंह लोधी निवासी मामौनी खुर्द को जिंदा पकडऩे में सफलता हांसिल की।
जबकि गैंग की सरगना चंदा गड़रिया, चंदन गड़रिया, भौजा गड़रिया, नवल गड़रिया, हल्के उर्फ रामप्रकाश गड़रिया, सुनील बघेल और एक अन्य डकैत भागने में सफल हो गये। जिनकी तलाश में एडी टीम और पुलिस की टीमें जंगलों में कूंद गई और सारी सीमायें सील कर दी गई।
सीताराम रेवाड़ी के अपहरण के बाद अस्तित्व में आया गैंग
अभी हाल ही में कोलारस थाना क्षेत्र के खैरोना के तालाब के नजदीक रेवाडिय़ों के डेरे से डकैत चंदन गड़रिया गिरोह ने सीताराम रेवाड़ी का अपहरण कर लिया था। इसके बाद गैंग अस्तित्व में आया और जब से लेकर आज तक गड़रिया गिरोह पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है।
पुलिस लगातार गिरोह के हर मूमेंट पर नजर रखे हुए हैं। इसी का परिणाम यह है कि आज पुलिस ने गिरोह के 10-10 हजार के तीन ईनामी डकैतों को जिंदा पकडऩे में सफलता हांसिल की है।
बलारपुर के जंगल में हुए शॉर्ट एन्काउटर में पकड़ा गया था डकैत राजाराम
विगत माह 22 दिस बर को तड़के बलारपुर के जंगल में हुए शॉर्ट एन्काउटर में पुलिस ने गड़रिया गिरोह के सक्रिय सदस्य राजाराम गड़रिया को पकड़ लिया था वहीं अपहृत सीताराम रेवाड़ी को रिहा कराने में पुलिस ने सफलता हांसिल की थी।
अपहृत सीताराम ने डकैतों के चंगुल से मुक्त होकर पुलिस के समक्ष खुलासा किया था कि गैंग का लीडर चंदन गड़रिया नहीं है। गैंग की लीडर तो उसकी रखैल महिला डकैत चंदा गड़रिया है। जिसकी तूंती पूरी गैंग बोलती है और वह बात-बात पर गालियां देती है।