राजद्रोह के आरोपी पूर्व नपाध्यक्ष सेंगर की अग्रिम जमानत खारिज

शिवपुरी। फेसबुक पर मु यमंत्री के खिलाफ आपत्ति पूर्ण टिप्पणी करने के मामले में राजद्रोह के आरोपी कांग्रेस के पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष जगमोहन सिंह सेंगर की अग्रिम जमानत याचिका तृतीय विशेष सत्र न्यायाधीश कमर इकबाल खां ने मामले को गंभीर मानते हुए खारिज कर दी हैं। जिससे पूर्व नपा अध्यक्ष श्री सेंगर को बड़ा झटका लगा है।

पूर्व नपा अध्यक्ष जगमोहन सिंह सेंगर ने अग्रिम जमानत याचिका में उल्लेख किया था कि पूर्व नगर पालिका सीएमओ रामनिवास शर्मा उनसे व्यक्तिगत रंजिश रखते हैं सेवानिवृत्ति के बाद वह सत्ता पक्ष पार्टी के कार्यकर्ता बन गए हैं। और आपसी मतभेदों के कारण मेरी झूठी शिकायत की है। 

वहीं दूसरे बिन्दु में उन्होंने कहा कि जलावर्धन योजना के तहत कांग्रेस पार्टी आंदोलन कर रही है जिसे लॉप करने के लिए भाजपा नेता हर हथकंड़े अपना रही है और वह नेता उनकी छवि बिगाडऩे के लिए इस तरह के झूठे मामले दर्ज करा रहे हैं इस आधार पर मुझे आग्रिम जमानत दी जाए। 

वहीं पुलिस की ओर से शासकीय अभिभाषक दिलीप सिंह जादौन ने उन तथ्यों को गलत बताते हुए अग्रिम जमानत खारिज करने का मांग की। जिस पर न्यायाधीश श्री इकबाल ने यह कहते हुए याचिका खारिज की कि उक्त मामले की जांच एसडीओपी द्वारा की गई है और इस मामले में विधि अधिकारी का अभिमत भी लिया गया है। जिससे प्रथम दृष्टया आरोपी की अपराध में संलिप्तता प्रतीत होती है। इस आधार पर आरोपी को अग्रिम जमानत का लाभ दिया जाना उचित नहीं है। 

पूर्व नपा अध्यक्ष सेंगर को जल्द किया जाए गिर तार: पूर्व सीएमओ शर्मा
नगर पालिका के पूर्व सीएमओ रामनिवास शर्मा ने मु यमंत्री के विरूद्ध फेसबुक पर अश्लील टिप्पणी करने वाले पूर्व नपा अध्यक्ष जगमोहन सिंह सेंगर की गिर तारी की मांग की है। उन्होंने प्रेस विज्ञप्ति में जारी बयान में कहा है कि पूर्व नपाध्यक्ष श्री सेंगर ने मु यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के विरूद्ध साजिश रची थी और आमनागरिकों को उनके खिलाफ भड़काया गया था।

 जिससे मु यमंत्री के जीवन को खतरा उत्पन्न हो गया था। श्री सेंगर का इतिहास आपराधिक रहा है। ऐसी स्थिति में कोई अप्रिय घटना न घट सके इससे पूर्व राजद्रोह के आरोपी श्री सेंगर को जल्द ही गिर तार किया जाए। 

इस मामले को आंदोलन से जोड़कर भटकाने की कोशिश कर रही है कांग्रेस: धैर्यवर्धन शर्मा 
पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष जगमोहन सिेंह सेंगर पर राजद्रोह का मामला दर्ज कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले भाजपा नेता धैर्यवर्धन शर्मा ने प्रेस को जारी बयान में कहा है कि कांग्रेस एक आपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्ति को बचाने की कोशिश कर रही है और मामले को जलावर्धन योजना से जोड़ रही है। जबकि जलावर्धन योजना के आंदोलन का इस मामले से कोई भी लेना देना नहीं है। यह मामला विशुद्ध रूप से गालीगलौंच और अश्लीलता और अभद्रता का है।