कांगेस की जलावर्धन और सूखे की लडाई शुरू

शिवपुरी। जलावर्धन योजना पर भाजपा की 2 मंत्रियों के विरोधाभासी बयान और कंपनी द्वारा काम बंद करने के मौके पर कांग्रेस ने चौका जडऩे की तैयारी कर ली है। कांग्रेस ने धरने का ऐलान कर दिया है जब तक सिंध की ठोसे कार्ययोजना नही बनती और जिले को सुखाग्रस्त घोषित नही करते धरना खत्म नही होगा।

शहर की जनता के लिए सिंध का पानी निरंतर दूर की कौंड़ी होता जा रहा है। यहाँ गहराई पानी की समस्या पर काम कम और गाल बजाई ज्यादा हो रही है।

सत्ता पक्ष हो या विपक्ष दोनों ही इस स वेदनशील मुद्दे पर जितनी हाय तौबा कर रहे हैं और एक दूसरे को आइना दिखाने में लगे हैं उसके इतर यदि ठोस रूप में काम किया जाता तो अब तक जनता को सिंध का पानी मुहैया हो सकता था।

गेंद सरकार के पाले में है, पिछले दिनों आईं प्रभारी मंत्री जो कि पीएचई मंत्री भी हैं सुश्री कुसुम महदेले ने बिना जानकारी के बयान जड़ दिया कि 28 अक्टूबर को सिंध पर केबिनेट में अहम फैसला होना है।

और इसके दो दिन बाद ही वाणिज्य मंत्री यशोधरा राजे ने सिंध का मुद्दा केबिनेट में रखे जाने स बन्धी जानकारी से ही अनभिज्ञता जाहिर कर यह साफ कर दिया कि प्रभारी मंत्री कुछ तो भी बयान दे गईं हैं।

मंत्रियों की इस विरोधाभासी बयानी और शासन की चुप्पी ने जनता को विभ्रम की स्थिति में ला खड़ा किया हैए एक बार फिर सिंध को लेकर सियासत गर्माती जान पड़ रही है और मौका देख काँग्रेस ने भी लगे हाथों शिवपुरी की जलावर्धन योजना को मुद्दा बनाकर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन का एलान कर दिया है।

31 अक्टूबर से काँग्रेस कलेक्टोरेट क्षेत्र में धरना देगी और यह धरना तब तक चलेगा जब तक कि सिंध को लेकर कोई ठोस कार्ययोजना सामने नहीं आ जाती।

यहां बता दें कि धरना प्रदर्शन का यह निर्णय इसलिए भी आनन फानन में लिया गया है क्योंकि एक नव बर को क्षेत्रीय विधायक एवं मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया पुन: शिवपुरी आ रही हैं।

ऐसे में वे सिंध को लेकर कोई नया प्रस्ताव लायें उससे पूर्व काँग्रेस आंदोलन की मुद्रा में आकर सिंध के मुद्दे पर फ्रंटफुट दिखाई देना चाहती है। 3 नव बर को सांसद सिंधिया भी शिवपुरी दौरे पर आ रहे हैंए स भव है वे भी धरना स्थल पर पहुंचें।

दोनों ही दलों की इस रस्साकसी के और जोर पकडऩे की पूरी पूरी स भावना नजर आने लगी है। अब से पूर्व जनता ने अपने स्तर पर इस आंदोलन को जोरदारी से उठाया था और तब काँग्रेस बैकफुट पर खड़ी दिखाई दी थी जिसे लेकर सांसद श्री सिंधिया ने नाराजगी जताई थी, इससे सबक लेकर काँग्रेसी अब धरना प्रदर्शन की मुद्रा में आ गए हैं।

आज काँग्रेस ने एक प्रेस बयान जारी कर एक बार फिर सिंध परियोजना की स्वीकृति को ज्योतिरादित्य सिंधिया की देन बताया है कि और सरकार पर इस महती परियोजना के क्रियान्वयन में अड़ंगेबाजी करने का आरोप लगाया है।

काँग्रेस प्रवक्ता हरवीर सिंह रघुवंशी का कहना है कि उन्हें सिंध के मुद्दे पर माधव चौक चौराहे पर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन की अनुमति कलेक्टर ने नहीं दी ऐसे में अब वे 31 अक्टूबर से कलेक्टोरेट क्षेत्र में शहर को सिंध और जिले को सूखा राहत पैकेज दिलाने की दो सूत्रीय माँग को लेकर अनिश्चितकालीन आंदोलन छेड़ रहे हैं।

आने वाले कल में यशोधरा का शिवपुरी और सांसद सिंधिया का 3 नव बर का आगमन इस मुद्दे को और हवा दे सकता है।