माधव लेक से पानी की चोरी: मामला पहुंचा पुलिस में

शिवपुरी। शिवपुरी शहर आधे से भी अधिक आबादी की प्सासे कंंठो की प्यास बुझाने वाले तालाब माधव लेक के एक गेट को तोड़कर पानी चोरी करने का मामला प्रकाश में आया है इस मामले में जल संसाधन विभाग ने थाने में इस मामले की शिकायत दर्ज कराई है।

जानकारी के अनुसार शहर की 70 फ ीसदी आबादी को पानी सप्लाई करने वाले तालाब माधव लेक का एक गेट कुछ लोगों द्वारा तोड़े जाने के बाद यहां से पानी का रिसाव बढ़ गया है। इस तालाब के वेस्ट वीयर का गेट क्रमांक दो जो दो फीट का है इसे पास के ही कुछ अज्ञात किसानों ने 30 सितंबर की रात के समय तोड़ दिया।

जल संसाधन विभाग का कहना है कि इस गेट को तोड़े जाने की उन्होंने 2 अक्टूबर को देहात थाने में शिकायत दर्ज करा दी है। फिलहाल पुलिस ने गेट तोडऩे वालों पर मामला तो दर्ज नहीं किया है लेकिन इस तालाब के पास खेती किसानी का काम करने वाले कुछ किसानों से पूछताछ जरूर की है।

गेट तोड़े जाने के बाद यहां पर पानी का रिसाव पास के नाले से होते हुए आगे खेतों में जा रहा है। 10 दिन पहले ही इस तालाब को पास के बड़े तालाब चांदपाठा से पानी भरा गया था अब गेट तोड़े जाने के बाद यहां से इस पानी का रिसाव बड़ी मात्रा में हो रहा है।

पानी नही रोका तो बड सकता है जल संकट
माधव लेक से पानी की सप्लाई फिल्टर प्लांट को होती है और यही से शहर की 70 फीसदी आबादी को पानी सप्लाई होता है।
अब माधव लेक से पानी का रिसाव होगा तो आने वाले दिनों में पानी और कम हो जाएगा। इसलिए इस पानी का बचाने की जरूरत है।
बताया गया है कि माधव लेक से जितना पानी चोरी हो रहा है, उतना पानी हर रोज शहर की प्यासी जनता को सप्लाई किया जाता है। शहर में फिल्टर प्लांट से हर दिन 17 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी दिया जाता है।
इस तरह हरह रोज माधव लेक से दो गुना पानी कम हो रहा है, जिससे आधे शहर की पानी बुझाई जा सकती है कुल मिलाकर इस पानी की चोरी को तत्काल रोकना होगा नही तो आने वाले समय में शिवपुरी में जल संकट खडा हो सकता है।