डाकुओं से निपटने फिर शुरू हुईं ऊमरी और झिरन्या चौकी

शिवपुरी। गोवर्धन थाना क्षेत्र में पहले ऊमरी चौकी, वहीं सतनवाड़ा थाना क्षेत्र में झिरन्या चौकी हुआ करती थी। ये दोनों इलाके डकैत प्रभावित हैं, लेकिन बाद में इन चौकियों को बंद कर दिया गया, परंतु अब नये आये एसपी मो. यूसुफ कुर्रेशी की रूचि से ऊमरी और झिरन्या चौकी पुन: प्रारंभ की गई हैं।

इन दोनों क्षेत्रों में इन दिनों डकैतों और असामाजिक तत्वों की गतिविधियां बढ़ गई हैं इसे ध्यान रखते हुए ऊमरी और झिरन्या चौकी पुन: प्रारंभ की गई है।

एसपी कुर्रेशी ने जानकारी देते हुए बताया कि दोनों चौकियों पर पांच पांच या छह छह पुलिसकर्मियों का स्टाफ रहेगा जो निरंतर सक्रिय होकर काम करेगा। ऊमरी चौकी का संचालन प्रारंभ हो गया है वहीं फिलहाल झिरन्या चौकी का संचालन झिरन्या मंदिर से हो रहा है।

एसपी ने यह भी बताया कि अगले दो दिन तक पोहरी, छर्च, गोवर्धन, बैराड़, सतनवाड़ा और सुभाषपुरा थाना क्षेत्रों के जंगलों में सघन सर्चिंग अभियान चलाया जा रहा है। इसके बाद भी यदि आवश्यकता महसूस हुई तो इन क्षेत्रों के जंगलों में सर्चिंग की जायेगी।

झिरन्या चौकी के संचालन में वन विभाग ने डाली बाधा
नेशनल पार्क के कारण सिंध प्रोजेक्ट, सीवेज प्रोजेक्ट और फोरलेन के कार्यों में पहले से ही बाधा पड़ चुकी है और इस बार कानून व्यवस्था की स्थिति मेंटेन रखने में फिर राष्ट्रीय उद्यान प्रबंधन ने अड़ंगा डाला है।

पिछले दिनों झिरन्या मंदिर के पास एक युवक की लाश मिली थी जिसकी हत्या की गई थी इसके बाद पुलिस ने इस इलाके में पुन: चौकी स्थापित करने का निर्णय लिया। चौकी के लिए पुलिस विभाग ने स्थान भी तय कर लिया, लेकिन नेशनल पार्क प्रबंधन ने उक्त स्थल पर चौकी खोलने से पुलिस विभाग को इनकार कर दिया।

इस कारण झिरन्या चौकी का फिलहाल संचालन झिरन्या मंदिर से हो रहा है लेकिन किस तरह नेशनल पार्क जनहित की योजनाओं पर अड़ंगे लगा रहा है इसके लगातार उदाहरण सामने आ रहे हैं, लेकिन इसके बाद भी शासन और प्रशासन बेवस बना हुआ है।