पढिए इन भाई साहब ने कैसे किया स्वयं का अपहरण

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शिवपुरी। पुलिस को परेशान करने और परिजनों की नींद उड़ाने वाला श स श्योपुर पुलिस के हत्थे चढ़ गया। जब जानकारी हासिल की तो पता चला कि युवक ने स्वयं के अपहरण कर लिया और अपने मित्र के माध्यम से यह सूचना पुलिस व परिजनों को की।

पुलिस ने शुरू में तो मामला गंभीरता से लिया लेकिन जब आरेापी पकड़ आया तो उसने बताया कि वह तो पुलिस व परिजनों को परेशान करना चाहता था इसलिए खुद के अपहरण कर लिया, बाद में अपने दोस्त को यह सूचना पुलिस व परिजनों को भिजवा दी।

पुलिस अधीक्षक युसूफ कुर्रेशी ने इस तरह के मामलों को गंभीरता लेकर तुरंत पेाहरी पुलिस थाने की टीम बनाई और इस मामले का पर्दाफाश किया। पुलिस ने मित्र व अपहृता के खिलाफ प्रकरण पंजीबद्ध कर मामला जांच में ले लिया है।

पुलिस अधीक्षक युसूफ कुर्रेशी ने बताया कि पोहरी थाना क्षेत्र में बीती 26 मई को शाम 5 बजे ग्राम नयागांव निवासी केशव पुत्र नरेन्द्र धाकड़ उम्र 28 वर्ष ने थाने पर सूचना दी कि उसका भाई महाराज सिंह धाकड़ 25 मई को दोप.घर से शिवपुरी जाने की कहकर पोहरी बस स्टैण्ड को निकला, लेकिन लौटकर वापिस नहीं आया।

इस मामले में पोहरी थाने में गुम इंसान क्रं.07/15 दर्ज कर जांच शुरू कर दी। इसी बीच 27 मई को गणेश पुत्र मांगीलाल धाकड़ ने थाने आकर बताया कि उसकी महाराज सिंह धाकड़ से फोन पर बात हुई तो उसने बताया कि वह तीन मंजिला मकान में बंद है और चार लोगों ने उसे बंद कर रखा है व जान से मारने की धमकी देकर गए है।

इस कथन पर पुलिस थाना पोहरी ने गुम इंसान के मामले में अप.क्रं.143/15 पर धारा 342,506बी-ताहि का दर्ज किया गया। इस घटना को पुलिस अधीक्षक ने भी गंभीरता से लिया और एएसपी व एसडीओपी के निर्देशन में पोहरी पुलिस थाने  की एक टीम तैयार कर अपहरण महाराज सिंह की कुशल वापिसी के लिए ड्यूटी लगा दी।

इस टीम के उप निरी.भगवान लाल जाटव, प्रआर चन्दन सिंह, एएसआई तिवारी, मेघराज, प्रआर रामदयाल व रामबक्स ने महाराजसिंह धाकड़ की तलाश शुरू कर दी। इसी बीच अन्य थानों को भी यह जानकारी दी तो श्योपुर पुलिस को सड़क किनारे एक युवक मिला जिसे थाना बिठाया, जब पूछताछ की तो उसने अपने आपको महाराज सिंह धाकड़ बताया।

जिस पर पेाहरी पुलिस श्योपुर पहुंचकर उक्त अपहरण की कहानी रचने वाले महाराज सिंह धाकड़ व दूरभाष पर अपने मित्र गणेश धाकड़ को सूचना देने के लिए  सहआरोपी के रूप में गिर तार किया।

मोबाईल फोरेंसिक से हुआ खुलासा
श्योपुर पुलिस ने जब उक्त युवक को सड़क से लाकर थाने में पूछताछ की तो उसने अपने अपहरण की कहानी बताई कि वह शिवपुरी बस में बैठकर दोप.2 बजे गया था और अनाज मण्डी के पीछे से उसको चार अज्ञात लोग अपने साथ गाड़ी में लेकर पोहरी होते हुए श्योपुर पाली से 10 किमी आगे लेकर तीन मंजिला मकान पर गए थे और वहां कमरे में बुझे बंद कर दिया था तथा मोबाईल भी ले लिया था

किन्तु जब पुलिस ने मोबाईल फोरेंसिक के अध्ययन में और उसके कथन में विरोधाभास पाया तो पुन: पूछताछ की जिससे यह मामला खुल गया और आरोपी महाराज ने अपना जुर्म कबूल लिया और बताया कि वह बालाजी बस से श्योपुर गया था और श्योपुर में मेले घूमता रहा और रेल्वे स्टेशन पर रात में रूका।

घरवाले डाटेंगें कि बिना बताये क्यों चला गया था, इस कारण उसने अपने मित्र गणेश धाकड़ को फोन पर झूठ बोल दिया कि उसको चार लोगों ने तीन मंजिला मकान में बंद करके रखा है इस प्रकार गुमशुदा ने खुद के अपहरण की कहानी रचकर पुलिस और परिजनों को काफी परेशान किया। उक्त प्रकरण में झूठी रिपोर्ट करने के कारण आरोपी के विरूद्ध विधि स मत कार्यवाही की जा रही है। 
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