फर्जी सरपंच के खिलाफ मामला दर्ज, प्रधानाध्यापक भी लपेटे में

शिवपुरी। इंदार थाना क्षेत्र की ग्राम पंचायत गिंदौरा के नवनिर्वाचित सरपंच मोहब्बत आदिवासी और प्रधानाध्यापक केशवसिंह लोधी के खिलाफ पुलिस ने धोखाधड़ी और कूटरचित दस्तावेज तैयार करने का मामला दर्ज किया है।

उक्त पंचायत की आदिवासी सीट होने के कारण नवनिर्वाचित सरपंच ने अपनी मार्कशीट में अंकित जन्मतिथि और परीक्षा वर्ष को प्रधानाध्यापक से सांठगांठ कर बदलवा लिया और उसके आधार पर वह चुनाव लड़ा जिसकी शिकायत ग्रामीणों ने निर्वाचन आयोग सहित कलेक्टर और एसपी से की जिसकी जांच की गई तो मामले का खुलासा हुआ।

प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत गिदौरा के रहने वाले जितेन्द्र रघुवंशी और मुकेश रघुवंशी द्वारा निर्वाचन आयोग सहित कलेक्टर राजीवचंद दुबे, एसपी एमएल छारी को पृथक-पृथक रूप से एक शिकायती आवेदन दिया गया।

जिसमें उल्लेख किया गया था कि सरपंच का उ मीदवार मोहब्बत आदिवासी पुत्र महेन्द्र आदिवासी चुनाव लडऩे के योग्य नहीं है क्योंकि उसकी आयु 21 वर्ष नहीं है इसके बावजूद भी उसे सरपंच पद का उ मीदवार बना दिया गया। आवेदन में यह भी उल्लेख किया गया था कि उक्त प्रत्याशी की अंकसूची में अंकित जन्मतिथि की जांच की जाये तो मामले का खुलासा हो सकता है।

यह शिकायत चुनाव से पूर्व की गई थी जिसकी जांच रिपोर्ट आई तब तक वह सरपंच पद पर विजयी हो चुका था। जांच में स्पष्ट हुआ कि सरपंच का वास्तविक जन्मवर्ष 1995 था जिससे स्कूल के प्रधानाध्यापक केशवसिंह लोधी ने काटकर 1992 कर दिया, साथ ही परीक्षा वर्ष 2010 की जगह 2006 अंकित कर दिया।

इसका खुलासा उस समय हुआ जब पुलिस ने उक्त अंकसूची की जांच शिक्षा विभाग को जांच दी जिस पर शिक्षा विभाग ने उक्त अंकसूची उनके विभाग से जारी नहीं किया जाना स्वीकारा और इसी आधार पर पुलिस ने मोहब्बत आदिवासी और केशवसिंह लोधी के खिलाफ भादवि की धारा 420, 467, 468, 471, 34 का प्रकरण पंजीबद्ध कर लिया।