पत्नि से नाराज हो नोएडा में जा छिपा था मलूक

शिवपुरी। शनिवार की रात सतनवाड़ा थाना क्षेत्र के कांकर में रहने वाले मलूक सिंह धाकड़ की रहस्यमय परिस्थितियों में गायब होने के प्रकरण का आज सुबह उस समय पटाक्षेप हो गया जब गायब मलूक सिंह घर वापिस लौट आया।

उक्त युवक पत्नी से झगड़े के बाद परिजनों को सबक सिखाने के लिये घर से चला गया था और दिल्ली के नोएडा में पहुंचा और स्वयं ने ही अपने अपहरण की जानकारी मोबाइल के जरिये परिजनों को दी, लेकिन नोएडा में रहने वाले उसके मित्र ने उसके परिजनों को उसके होने की जानकारी दी और उसे समझा बुझाकर घर वापिस भेज दिया। उसके वापस लौटने के बाद उसके अपहरण होने की खबर झूठी हो गई।

दिल्ली से वापिस अपने गांव कांकर लौटे मलूक सिंह पुलिस को बताया कि उसकी पत्नी सखी धाकड़ होली पर मायके जाने के लिये कह रही थी, लेकिन वह उसे मायके पहुंचाने का पक्षधर नहीं था जिस कारण उसने उसे वहां जाने से रोक दिया जिसे लेकर उसका और उसकी पत्नी का झगड़ा हो गया।

पत्नी की सहानुभूति पाने के लिये घर से भाग आया और उसने परिवारवालों को परेशान करने के लिये शहर छोडऩे का मन बना लिया जहां वह अपनी मोटरसाइकिल से शिवपुरी आया और शिवपुरी होटल के सामने स्थित नबल बेडई वाले की दुकान के आगे बाइक खड़ी कर शाम 7 बजे शिवपुरी रेलवे स्टेशन से ट्रेन में बैठकर ग्वालियर पहुंचा और रात्रि 10 बजे ट्रेन से वह दिल्ली आ गया, जहां वह नोएडा में रहने वाले सीआरपीएफ के जवान वीरू रजक जो उसके गांव का मित्र है वहां पहुंचा।

जिसे देखकर वीरू ने उससे कहा कि उसे शिवपुरी समाचार डाट कॉम के माध्यम से जानकारी मिली है कि उसका अपहरण हो गया था यह सुनकर उसने वीरू को बताया कि उसके अपहरण की कहानी तो उसने स्वयं ही रची थी क्योंकि वह अपनी पत्नी को सबक सिखाना चाहता था।

लेकिन वीरू ने उसके इस कदम को गलत बताया और उसे समझाइश दी, साथ ही उसके परिजनों को सूचना दी कि वह उसके घर नोएडा में है इसलिए वह परेशान न हों। बाद में उसे समझा बुझाकर वीरू ने उसे घर जाने की सलाह दी और वह ट्रेन से रात्रि में ग्वालियर आ गया जहां बस से वह आज सुबह पांच बजे सतनवाड़ा पहुंचा और सीधा घर आ गया। बाद में उसके परिजन उसे लेकर थाने पहुंचे।