ओलावृष्टि में बर्बाद हुए करैरा, पोहरी, बैराढ़ और नरवर के किसान

शिवपुरी। बीते दिनों से हो रही लगातार बारिश ने जिलेभर मेें कहर बरपा दिया है रही सही कसर ओलावृष्टि ने पूरी कर दी जिससे खेती में खड़ी फसल तबाह हो गई। ऐसी स्थिति में किसान बर्बादी की कगार पर पहुंच गये। शिवपुरी के नौहरीकलां, बड़ागांव, करसेना, भानगढ़, इमलिया, खांदी में ओलावृष्टि ने कहर बरपा दिया, वहीं बीती रात्रि करैरा कस्बे में ओले गिरने से स्थिति और खराब हो गई।

यही स्थिति पोहरी बैराड़ के बूरदा, गुरिच्छा, कृष्णपंचायत, दबियाकलां, देवपुरा, हर्राई, गौंधियाखेड़ा, गोवर्धन, छर्च, बिलौआ में ओलावृष्टि हुई। जिससे खेतों में कटी पड़ी गेहूं और सरसों की फसल खराब हो गई। ओलावृष्टि से 50 प्रतिशत का नुकसान का अंदाजा लगाया जा रहा है। अंचल के पोहरी और ानियांधाना, पिछोर और बैराड़ ब्लॉक में सर्वाधिक नुकसान का आंकलन है।

तीन दिन पहले से हो रही बारिश से किसानों की चिंता बढ़ गई थी, लेकिन बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि किसानों के लिए बर्बादी का पैगाम लेकर आई। कल रविवार की देर शाम से हुई लगातार बारिश और ओलावृष्टि ने खेतों में खड़ी फसल को बड़ा नुकसान पहुंचा दिया। बैराड़ तहसील के 22 गांव में गिरे ओलों ने सैंकड़ों किसानों की पांच हजार हैक्टेयर गेहूं, चना की फसल को तबा कर दिया।

प्राकृतिक आपदा झेल रहा किसान अब अपने भविष्य को  लेकर चिंतित हो गया है, लेकिन प्रशासन ने अभी तक ऐसा कोई भी व्यापक कदम नहीं उठाया जिससे किसानों को राहत मिल सके। यहां तक कि प्रशासनिक अधिकारी शासन को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं और उक्त नुकसान को मामूली नुकसान बता रहे हैं।

बारिश के कारण बिजली की लुकाछिपी
कल रातभर बारिश होने से बिजली गुल रही और लोग परेशान होते देखे गये। पिछले तीन दिनों से बिजली की लुकाछिपी इसी तरह चल रही थी। सुबह से लेकर रात तक कई बार बिजली आती जाती रही जिससे लोगों के दैनिक कार्यों पर असर पड़ रहा है। एक ओर जहां लोग बारिश से परेशान हैं, वहीं दूसरी ओर बिजली के आने जाने के क्रम से भी परेशान हो रहे हैं।

सड़कें  हुईं कीचड़ में तब्दील
बेमौसम बारिश से जिलेभर में तबाही मचा दी है, वहीं शहर में लोग बारिश के साथ-साथ सड़कों पर हो रही कीचड़ से भी परेशान हो रहे हैं। क्योंकि सीवर प्रोजेक्ट के तहत की खुदाई से सड़कों पर गड्ढे बने हुए हैं और बारिश होने से इन गड्ढों में पानी भर गया है, वहीं सड़कों पर पड़ी मिट्टी दलदल में तब्दील हो गई है जिससे कई मार्गों पर लोगों का आना जाना दूभर हो रहा है।