पीजी कॉलेज प्राचार्य एमएस राठौर पर गुंडागर्दी का आरोप

शिवपुरी। गत दिवस हुए पीजी कॉलेज के प्राचार्य एमएस राठौर माधवचौक चौराहे के समीप टोडरमल पेट्रोल पंप पर बैठे युवकों से उलझ गये और उन्होंने एक युवक की गिरेवां में अकारण हाथ भी डाल दिया और बाद में उन्होंने कोतवाली जाकर कमल गर्ग सहित चार युवकों पर आपराधिक मामला भी दर्ज करा दिया।

आरोपी युवक कमल गर्ग का कहना है कि सारी असलियत पेट्रोल पंप के सीसी टीव्ही कैमरे में देखी जा सकती है कि किस तरह से प्राचार्य ने अभद्रता और उनके साथ हाथापाई की।

हुआ यह कि पिछले दिनों पेट्रोल पंप के पीछे स्थित पार्किंग से वेन्टो कार हाईटेक अंदाज में चोरी हुुई थी। कल जांच के लिये पुलिस दरोगा पेट्रोल पंप पर आये हुए थे उसी दौरान प्राचार्य राठौर वहां आये उनके पास भी वेन्टो कार है।

पेट्रोल पंप संचालक का कहना है कि प्राचार्य ने आते ही उनके गिरेवां में हाथ डाल दिया और कहा कि मेरे पास भी वेन्टो कार है और उसकी सुरक्षा की क्या गारंटी है। इसके बाद प्राचार्य ने हाथापाई शुरू कर दी और वहां बैठे युवकों ने अपना रक्षण किया।

इसके बाद पुलिस दोनों पक्षों को थाने ले आई, जहां बताया जाता है कि प्राचार्य ने व्यापारियों और युवकों से अभद्रता की। बाद में कमलकिशोर गर्ग ने प्राचार्य राठौर के खिलाफ थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई, लेकिन पुलिस ने अदम चैक काट दिया, परंतु बाद में प्राचार्य की रिपोर्ट पर कमल गर्ग सहित चार युवकों पर आपराधिक मामला कायम कर लिया गया।

प्राचार्य के खिलाफ छात्र-छात्राऐं भी खोल चुके हैं मोर्चा
माधवराव सिंधिया शास. स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्राचार्य राठौर पर छात्रों ने  17 जनवरी को अभद्रता करने का आरोप लगाया था। छात्रों ने प्राचार्य का पुतला भी फूंका था जिसके बाद प्राचार्य ने माफी मांगी थी।

विदित हो कि 17 जनवरी को भी प्राचार्य और छात्राओं के बीच संघर्षपूर्ण स्थिति निर्मित हो गई थी। छात्र अमित दुबे, मयंक दीक्षित, शुभम करारे ने प्राचार्य पर अभद्रता का आरोप लगाते हुए कहा था कि उन्होंने जब अपनी मार्कशीट प्राचार्य से मांगी तो वह अभद्र व्यवहार पर उतारू हो गये और गाली गलौंच करते हुए उन्हें कमरे से बाहर कर दिया बाद में छात्रों ने प्राचार्य राठौर का पुतला फूंका इसके पश्चात श्री राठौर ने छात्रों से माफी मांगी।

 छात्रों का आरोप है कि उनकी किसी छात्र ने बीते कुछ दिनों पहले मु यमंत्री ऑनलाइन पर अभद्रता करने की शिकायत की थी इसी से प्राचार्य बौखला गये थे।