मैनेजर अपहरण कांड: पाडरखेडा रेलवे स्टेशन का काम बंद, कर्मचारी स्टेशन छोड़ भागे

शिवपुरी। शनिवार की शाम हुए आई मैनेजर और एक मजदूर के अपहरण के बाद पाडरखेडा रेलवे स्टेशन का काम बंद हो गया है इससे पूर्व भी डकैत रामबाबू गडरिया ने इंजीनियर परमार का अपहरण किया था तब से यह काम बंद था।

पाडरखेडा रेलवे स्टेशन शिवपुरी ओर मोहना के बीच पडने वाला मात्र इकलौता रेलवे स्टेशन है अभी इस स्टेशन पर काम चालू था और एक और पटरी बिछाई जा रही थी, अभी शिवपुरी से मोहना तक एक ही पटरी होने के कारण ट्रेनो की क्रॉंसिग शिवपुरी या मोहना होती थी। इस कारण रेल विभाग और उसमें सफर करने वाले मुसाफिरो को डेढ घंटे का समय बर्बाद होता था। और इसी कारण ही पाडरखेडा रेलवे स्टेशन पर रेलो की क्रॉंसिग कराने के लिए डबल लेन तैयार की जा रही थी।

पाडरखेडा रेलवे स्टेशन पर काम कर रही आईटी कंपनी के मैनेजर और एक मजदूर का अपहरण हो जाने के कारण कंपनी ने फिर काम बंद कर दिया है और रेलवे स्टेशन के रेलवे के अधिकारी भी इस स्टेशन को छोडकर भाग आए है यह रेलवे स्टेशन जिले के दस्यू प्रभावित थाना गोपालपुर के अंतर्गत आता है।

पूर्व में नो वर्ष पूर्व पाडरखेडा स्टेशन पर रेलवे की पटरीयो को चेक करते समय कुख्यात डकैत रामबाबू गुर्जर ने एक इंजीनियर ज्ञानेन्द्र सिंह परमार सहित चार ट्रॉली मेन का अपहरण कर लिया था और एक माह बाद पैसो के लेनदेन के बाद छोडा था।

अब एक साल पूर्व ही इस स्टेशन का कार्य पुन: शुरू हुआ था, रेलवे स्टेशन पर डबल पटरी करने की तैयारी चल रही थी, कि जिससे जनमानस और रेल्वे विभाग का डेढ घंटा बच जाए और जो रेल क्रॉंसिग शिवपुरी और मोहना होती है वह पाडरखेडा स्टेशन पर हो जाए परन्तु इस अपरहण कांड के बाद इस निर्माण पर संकट के बादल फिर मंडरा गए है।