नरवर। महिला बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारी सत्यपाल शेखरन ने अचंल के कई आंगनवाड़ी केन्द्रो का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कई आंगनबाडी केन्द्र बंद होने पर संबंधित कार्यकर्ता व सहायिका के खिलाफ कार्रवाई की गई है। कार्रवाई मेेंं वार्ड क्रमंाक 2 स्थित आंगनवाड़ी केन्द्र की कार्यकर्ता पार्वती कुषवाह को सेवा से प्रथक किया गया है।
वही इसी केन्द्र की सहायिका मंती कुशवाह आंगनबाडी केन्द्र पर उपस्थित न होकर अपनी चूडी की दुकान पर दुकानदारी करती मिली। जानकारी ली गई तो पता चला कि दोनो कार्यकर्र्ता व सहायिका कई दिनो से केन्द्र पर आए तक नहीं है। सहायिका मंती कुशवाह की भूमिका संदिग्ध पाई गई है क्योंकि केन्द्र पर होने वाले दो पोषण आहार के बैग ऊषा कुशवाह पत्नी उत्तम कुषवाह के मिले।
इस केन्द्र पर जब सुपरवाईजर निरीक्षण कर रही थी तो सहायिका मंती कुशवाह के पति त्रिलोक सिंह ने कुछ साथियों के साथ मिलकर सुपरवाईजर से अभ्रदता की जिसकी जानकारी सुपरवाईजर ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को दी है। वहीं परियोजना अधिकारी के माध्यम से पुलिस थाने में भी सहायिका के पति के खिलाफ एक शिकायती आवेदन सौंपा गया है। पुलिस इस मामले में जांच के बाद कार्रवाई की बात कह रही हैै। निरीक्षण के दौरान परियोजना अधिकारी शेखरन ने 18 स्व सहायता समूहों पर सांझा चूल्हा के तहत नियमित पोषण आहार प्रदाय न करने पर 15 दिनो की राशि काटने की कार्रवाई की है
इन आंगनवाड़ी केन्द्रो पर भी हुई कार्रवाई
निरीक्षण के दौरान संगीता शर्मा राजपुर, अहिल्या बाई सहायिका दावरभाट, ममता कुशवाह वार्ड क्रमांक 1 नरवर, विमलेश रावत सड़ की कार्यकर्ताओं का कार्य संतोषजनक नहीं पाए जाने पर एक माह की राशि राजसात करने के आदेश जारी किए गए हैं तथा राजाबेटी आंगनवाड़ी केन्द्र नंदपुर, रजनी राजपूत नयागांव, हेमलता वर्मा वार्ड क्रमांक 7 नरवर, कुसुमलता वैश्य बीलोनी, प्रीती रावत पारागढ़, अफरोज खांन वार्ड क्रमांक 9 नरवर आदि को कारण बताओ सूचना पत्र जारी कर जबाव चाहा गया है।
परियोजना अधिकारी ने बताया है कि अनुविभागीय अधिकारी करैरा की अध्यक्षता में खण्ड स्तरीय समिति द्वारा ग्राम चकरामपुर एवं फुर्तला के स्व सहायता समूहों का अनुबंध निरस्त कर दिया गया है। लापरवाह आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के विरूद्ध भी कढ़ी कार्यवाही की जावेगी तथा अनुशासनहीनता कतई बर्दाश्त नहीं की जावेगी।