बदरवास पुलिस के खिलाफ लामबंद हुआ ग्वाल समाज

शिवपुरी। गत दिवस बदरवास में राधे बंसल और कमलेश ग्वाल के बीच हुई मारपीट पुलिस की असंवेदनशीलता के कारण हुई। क्योंकि इस मामले में झगड़े का कारण राधे बंसल का शराब पीकर उत्पात मचाना व गाली देना था जिसको लेकर वह कमलेश से भी विवाद करने लगे और नौबत मारपीट तक पहुंच गई।

जब पहले फरियादी बनकर कमलेश ग्वाल ने अपने परिवार के साथ पुलिस थाना बदरवास पहुंचकर न्याय के लिए शिकायत दर्ज कराई तो पुलिस ने उसकी नहीं सुनी, जबकि घटना के अगले दिन राधे बंसल जब थाने पहुंचे तो उसकी शिकायत पर कमलेश सहित लगभग आधा दर्जन से अधिक लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओ में मामला पंजीबद्ध कर लिया है।

इस पूरी घटना में कमलेश ग्वाल पुलिस की असुनवाई का शिकार हुआ, यदि समय रहते पुलिस कमलेश और राधे बंसल के विवाद की जड़ तक पहुंचती तो शायद यह नौबत ही नहीं आती। फिलवक्त इस घटना के विरोध में बदरवास थाने द्वारा की गई एकतरफा कार्यवाही को लेकर अब ग्वाल समाज में भी विरोध के स्वर उठने लगे है और पुलिस अधीक्षक से इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।

यहां बताना होगा कि इस मामले में जब कमलेश की फरियाद बदरवास पुलिस ने नहीं सुनी तो वह न्याय के लिए अगले दिन मंगलवार को जनसुनवाई में एसपी ऑफिस आया जहां उसे शिकायत करने से पूर्व ही आरोपी मानकर पकड़ लिया गया।

अपने साथ हुए घटनाक्रम के संबंध में कमलेश ग्वाल एसपी ऑफिस आया और अपनी आपबीती बताना चाहा लेकिन उसे यह सब कहने का मौका नहीं मिला और वह राधे बंसल द्वारा की रिपोर्ट पर दर्ज धाराओ के तहत पकड़ा गया। कमलेश ग्वाल ने आवेदन के माध्यम से एसपी को बताना चाहा कि जिस वक्त घटना हुई उस समय वह अपने घर की ओर जा रहा था कि तभी राधे बंसल जो आए दिन शराब पीकर उत्पात मचाते रहते है ने उसके साथ शराब के नशे में गाली-गलौज की और विवाद करने लगा। जिसकी परिणीति के रूप में यह मारपीट की घटना हुई।

इस मामले को लेकर रात में ही कमलेश अपनी पत्नि व बच्चों को लेकर बदरवास थाने पहुंचा और घटनाक्रम कह सुनाया, लेकिन पुलिस ने उसकी एक ना सुनी और उसे भगा दिया। जबकि घटना के अगले दिन राधे बंसल का नशा जब उतर गया तो वह अपने परिजनों के साथ बदरवास थाने पहुंचा और यहां राधे की रिपोर्ट पर कमलेश व उसके अन्य परिजनों के खिलाफ मारपीट की विभिन्न धाराओं के तहत मामला पंजीबद्ध कर लिया।

इस तरह पुलिस की एकतरफा कार्यवाही से ग्वाल समाज में भी रोष उत्पन्न है। ग्वाल महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजू ग्वाल ने पुलिस की इस कार्यवाही पर आश्चर्य जताया और मांग कि इस मामले में निष्पक्ष जांच की जाए इसके लिए समस्त ग्वाल समाज पुलिस अधीक्षक से यह मांग करता है कि पुलिस, फरियादी और आरोपी बनाए गए कमलेश के बयानों की बारीकी से जांच कर आगे की कार्यवाही करें अन्यथा ग्वाल समाज को भी लोकतंत्र में न्याय मांगने के लिए सड़कों पर उतरना पड़ेगा।

बताया जाता कि इस घटनाक्रम में पुलिस की एक और असंवेदनशीलता सामने आई जिसमें आरोपी बनाए गए रामचरण ग्वाल के 14 वर्षीय पुत्र को पुलिस ने घर से उठाकर पूरी रात थाने में बिठाया जो कि पूर्णत: गलत है इस तरह मासूम को पुलिस थाने लाकर बिठाना कहां तक न्यायोचित है। इस पूरे मामले की जांच की जाना आवश्यक है।

इनका कहना है
हमारे पास कोई बालक नहीं है जो आरोपी फरार है उन्हें पकडऩे के हमारे प्रयास जारी है हम आरोपियों को पकडऩे के लिए कार्य कर रहे है हमारे पास कोई बच्चा नहीं है।
तिमेश छारी
थाना प्रभारी, बदरवास