कट्टा अड़ाकर लूटने वालों को पुलिस ने पकड़ा, मामला दर्ज

शिवपुरी। जिले के पिछोर थाना क्षेत्र के गल्ला मंडी में कल एक बदमाश ने फिल्मी अंदाज में अपनी दुकान पर बैठे व्यापारी के सिर पर कट्टा अड़ा दिया और उसे तिजोरी से सारा माल निकालने की हिदायत दी, लेकिन जनता ने पुलिस को सूचना देकर बदमाश के मंसूबों पर पानी फेर दिया और पुलिस व जनता ने आरोपी को कट्टे सहित दबोच लिया। पकड़े गए आरोपी के खिलाफ पुलिस ने धारा 398, 25,27 सहित 11/13 मप्र डकैती अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है।

विदित हो कि पिछोर क्षेत्र में पुलिस की निष्क्रियता के कारण बदमाशों के हौसले बुलंद हैं और आये दिन बेखौफ अंदाज में बदमाश घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। वैसी ही घटना कल पिछोर की गल्ला मंडी में घटित हुई। जहां एक बदमाश अरविन्द पुत्र रामदास लोधी ने अपनी दुकान पर बैठे गल्ला व्यापारी राकेश गुप्ता पुत्र रामकृष्ण गुप्ता के सिर पर कट्टा अड़ा दिया और उन्हें लूटने की कोशिश की, लेकिन अन्य व्यापारियों और राहगीरों ने घटना की सूचना पुलिस को दे दी। बाद में पुलिस ने बदमाश को गिर तार कर लिया है।

घटना को लेकर व्यापारियो में आक्रोश
कल गल्ला मंडी में घटित हुई घटना के बाद से पिछोर टीआई इंद्रजीत सिंह चौहान के खिलाफ व्यापारियों में आक्रोश है। पीडि़त व्यापारी का कहना है कि पिछोर में पुलिस की निष्क्रियता के कारण बदमाशों के हौसले बुलंद हो रहे हैं। यहां तक कि बदमाशों में अब पुलिस का भी खौफ नहीं है और वह दुस्साहसिक अंदाज में भरे बाजार में वारदातों को अंजाम दे रहे हैं जिससे पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खुल गई है।

विवादों से घिरे रहे है टीआई चौहान
पिछोर टीआई इंद्रजीत सिंह चौहान का विवादों से पुराना नाता है। पूर्व में जब वह  करैरा थाने में पदस्थ थे तब वह एक महिला का गला दबाकर मारपीट के आरोपों में घिरे इसके बाद उन्हें वहां से हटाकर लाइन अटैच किया और बाद में इंदार थाने पहुंचाया, लेकिन वहां उन पर लेनदेन के आरोप और झूठे मामलों में लोगों को फंसाने के आरोप लगे। बाद में एक ड्रायवर की मारपीट करने और उससे रिश्वत मांगने के आरोप में उन पर पर जांच बैठी। लेकिन उसी बीच कोलारस विधायक रामसिंह यादव को धमकी देने की शिकायत श्री यादव ने पुलिस अधीक्षक से की। इसके बाद उन्हें फिर से लाइन अटैच किया गया। उनकी इन हरकतों से पुलिसकर्मी भी परेशान रहे। बाद में उन्हें पिछोर थाने में पदस्थी दी गई, लेकिन उनकी पदस्थी के बाद उनकी कार्यशैली पूर्व की तरह रही। जिस कारण वहां की जनता उनसे त्रस्त है।