निष्कासन पर बिफरे मानकचन्द्र ने मप्र राठौर क्षत्रिय सभा को बताया फर्जी

शिवपुरी। राठौर समाज शिवपुरी जिस राजकुमार राठौर को मप्र राठौर क्षत्रिय सभा का अध्यक्ष बता रहे है वह पूर्णत: फर्जी है क्योंकि राजकुमार राठौर को तो पूर्व में ही 31 अगस्त को भोपाल में आयोजित बैठक में पद से हटा दिया था और इसके बाद साधारण सभा की बैठक जब ग्वालियर घासमण्डी में आयोजित हुई तो उन्हें मंच तक आने भी नहीं दिया।

ऐसे में जो भी राजकुमार राठौर का साथ दे रहे है वह भी पूर्ण रूप से फर्जी है और इन्होंने मुझे प्रांतीय कोषाध्यक्ष पद से हटाया यह सोचने योग्य बात है क्योंकि जो स्वयं फर्जी है वह दूसरों का हटाने का क्या अधिकार रखता है, इसलिए मैं राजकुमार राठौर, हरिओम राठौर चैन के विरूद्ध न्यायालय की शरण लूंगा और इनके खिलाफ मानहानि का मामला दर्ज कराउंगा। यह कहना था कि निर्दलीय प्रत्याशी मानकचन्द्र राठौर का जो स्थानीय होटल सनराईज में राठौर समाज द्वारा निष्कासित किए गए पद को लेकर पत्रकारवार्ता में पत्रकारों के बीच अपना जबाब प्रस्तुत कर रहे थे।

इस दौरान भाजपा पार्टी पर भी मानकचन्द्र ने जमकर आरोप लगाए और इसके लिए उन्होंने पार्टी के संगठन मंत्री श्याम महाजन, जिलाध्यक्ष रणवीर रावत  व प्रदीप जोशी पर स्वयं की अनदेखी का आरोप लगाया। मानकचन्द्र ने प्रेसवार्ता में आरोप लगाया कि कार्यकर्ताओं की सुनवाई भाजपा में नहीं होती ऐसे में उनके द्वारा भी कई बार आवेदन दिए गए लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई, सभी नेता फोनों पर व्यस्त रहते है ऐसे में कैसे कार्यकर्ता काम करें। यह समझा जा सकता है।

प्रेसवार्ता में मानकचन्द्र ने कैबीनेट मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया और सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया पर भी शहर के विकास को अवरूद्ध करने के आरोप लगाए और कहा कि भाजपा और कांग्रेस के कारण ही शहर का विकास रूका है आज दुकानदारों को मास्क पहनकर अपना व्यवसाय करना पड़ रहा है शहर खुदा पड़ा है ऐसे मे अब निर्दलीय की आवयकता महसूस की जा रही है और निर्दलीय सभी का होता है इसलिए यदि जनता ने निर्दलीय को चुना तो आने वाले समय में एक नया इतिहास लिखा जाएगा। इस अवसर पर उनके साथ अन्य राठौर समाज के कुछ लोग भी मौजूद थे।
करेंगें मानहानि का मामला दर्ज

नगरपालिका अध्यक्ष पद का चुनाव भाजपा से बगावत कर निर्दलीय रूप से लडऩे वाले माणिकचंद राठौर को समाज से बहिष्कृत किए जाने पर उन्होंने अपनी तीखी प्रतिक्रिया जाहिर की है। श्री राठौर ने अपनी कथित बर्खास्तगी पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि जिस राजकुमार राठौर ने मप्र राठौर क्षत्रिय महासभा के प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते उन्हें समाज से हटाया है।

उन्हें इसका कोई अधिकार नहीं है, क्योंकि समाज ने 31 अगस्त को भोपाल में आयोजित बैठक में राजकुमार राठौर को पद से हटा दिया था और उनके स्थान पर कार्यवाहक प्रदेशाध्यक्ष गोविंद प्रसाद राठौर को बनाया। माणिकचंद कहते हैं कि वह राजकुमार के अलावा स्थानीय हरिओम राठौर हठियन, हरिओम राठौर चैन और परमा राठौर के विरूद्ध मानहानि का मामला कायम कराएंगे।

यह कारण बताया मानकचन्द्र को हटाने का
यहां बताना होगा कि म.प्र. राठौर क्षत्रिय सभा में कोषाध्यक्ष पद पर पदस्थ माणिकचंद राठौर को सभा की ओर से प्रांतीय कोषाध्यक्ष पद से बर्खास्तगी का पत्र थमा दिया। उनकी बर्खास्तगी समाज विरोधी गतिविधियों को लेकर की गई है। माणिकचंद राठौर पर राठौर समाज की एकता एवं अखण्डता को नष्ट कर राजनैतिक रूप से समाज को पिछडऩे का काम करने बावत यह पत्र थमाया गया है। पत्र के अनुसार माणिकचंद द्वारा हमेशा समाज द्वारा किए गए कार्यों में अपना विरोध जताने पर जैसे कि इंदौर में हॉस्टल निर्माण पर विरोध, समाज द्वारा आयोजित परिचय स मेलन पर विरोध, शिवपुरी के भूतपूर्व विधायक माखनलाल राठौर का विरोध, शिवपुरी समाज अध्यक्ष हरिओम राठौर का विरोध इनके द्वारा किया गया।

पत्र में लिखा गया है कि भारतीय जनता पार्टी द्वारा राठौर समाज पर विश्वास जताकर नगर पालिका अध्यक्ष पद के लिए राठौर समाज के व्यक्ति को भाजपा ने अपना प्रत्याशी घोषित किया है तो उसके खिलाफ निर्दलीय उ मीदवारी माणिकचंद के द्वारा की गई। पत्र में यह तक लिखा गया है कि माणिकचंद को विरोध के अलावा कुछ आता ही नहीं। इसके पूर्व हरिओम राठौर चैन प्रदेश अध्यक्ष के द्वारा माणिकचंद पर राठौर समाज में विघटन फूट डालने का आरोप लगाते हुए एक पत्र म.प्र. प्रांतीय सभा राठौर समाज को भी भेजा जिस पर यह बर्खास्तगी की कार्रवाई की गई है।